वरिष्ठ फिजिशियन डॉ दुग्ताल और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा नैनीताल पुलिस को दी गयी कोरोना वायरस से बचाव की जानकारी।

तेज़ी से फ़ैल रहे जानलेवा कोरोना वायरस का कहर भारत मे भी आतंक मचा रहा है,जिसे देखते हुए पूरे भारत की राज्य सरकारें मुस्तैद हो गयी है,टीवी से लेकर सोशल मीडिया तक हर जगह कोरोना से बचाव और रोकथाम के संदेश दिए जा रहे हैं।सरोवर नगरी नैनीताल में कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता दिखाई दे रही है इसी कड़ी में आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मीणा के निर्देशन में पुलिस लाइन स्थित सभागार में नैनीताल के जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ दुग्ताल और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम की आवश्यक जानकारी दी गयी ।
1. लोगो से उचित दूरी बनाये रखे तथा भीडभाड वाले स्थानो में जाने से परहेज करें।
2. पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक रूप से मास्क का प्रयोग करें।
3. अपने हाथो को साबुन/हैण्डवाश एवं पानी से बार-2 धोते रहे। तथा समय-2 पर हैण्ड सैनेटाईजर का भी प्रयोग करें।
4. खाँसी, जुकाम व बुखार की स्थिति में लोगो से उचित दूरी बनाये रखे। तथा खाँसते/छींकते समय रूमाल/टिशु पेपर का प्रयोग करें तथा रुमाल/टिशू पेपर इत्यादि ना होने की स्थिति में अपने हाथो की कोहनी का इस्तेमाल करें।
5. हाथ धोये बिना अपने आँख, नाक व मुँह को ना छुयें।
6. पुलिस कर्मी हाथ मिलाने एवं गले मिलने से बचे इससे वायरस संक्रमण की सम्भावना बढ जाती है।
7. पौष्टिक आहार ग्रहण करें। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है जिससे वायरस के संक्रमण की सम्भावना कम रहती है।
8. पुलिस कर्मी विशेषकर नैनीताल में लगातार गर्म पानी पीते रहे इससे संक्रमण की सम्भावना कम होती है।
9. अनावश्यक वस्तुओ को छूने से बचे।
10. नैनीताल शहर में पर्यटको के आवागमन एवं ठण्डी जलवायु की दृष्टि से संवेदनशील है। अतः बाहर से आने वाले पर्यटको के मार्गदर्शन के समय एहतियात बरते।
11. सोशल मीडिया के माध्यम से आने वाली अफवाहो से बचे। तथा उक्त वायरस के संक्रमण से बचाव हेतु लोगो को जागरुक करें।
इस मौके पर नैनीताल के मल्लीताल और तल्लीताल क्षेत्र के पुलिस, अतिरिक्त पुलिस और जिलाधिकारी कार्यालय में तैनात होमगार्ड सहित विनोद कुमार एसडीएम नैनीताल,विजय मेहता थानाध्यक्ष तल्लीताल, विजय थापा क्षेत्राधिकारी नैनीताल अतिरिक्त अधीनस्थ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी गण मौजूद रहे।