मुगरौली का प्राइमरी स्कूल बंद हुआ।

मुगरौली का प्राइमरी स्कूल बंद हुआ।
छात्र संख्या के अभाव में 45 साल पुराना राजकीय प्राथमिक पाठशाला मुगरौली अप्रैल से बंद हो गया है।
सन् 1977 में मुगरौली गाँव के लोगों ने श्रमदान करके इस विद्यालय का भवन तैयार किया।ग्रामीणों ने स्वयं लकड़ी चीरकर छत तैयार की। महिलाओं ने भी इस काम में अपना योगदान दिया।सन् 1989 में विद्यालय का नया भवन बना। इस विद्यालय के छात्र रहे शिक्षक त्रिभुवन सिंह राठौर के अनुसार किसी समय यहाँ मुगरौली, टुणीगैर मुवानी, डिगौटी, नाली, पालीगैर गोलानी के 110 बच्चे पढ़ते थे। यहाँ पढ़े हुए अनेक लोग बड़े बड़े पदों तक पहुँचे। बच्चे न होने से आज विद्यालय बंद हो गया है। विद्यालय में कार्यरत एकमात्र शिक्षिका का अन्यत्र स्थानांतरण हो गया है।
स्वयं द्वारा बनाये गये स्कूल को बंद देखकर ग्रामीण मायूस हैं।
इस विद्यालय में इस वर्ष कोई नया प्रवेश नही हुवा ।
पिछले शिक्षण वर्ष में मात्र 2 छात्र पड़ते थे कक्षा 5 वी में इस वर्ष इन दोनों के 5 कक्षा पास करने से अब विद्यालय की छात्र संख्या शून्य हो गई है ।