महिला दिवस विशेष- उत्तराखंड की एक अधिकारी ने कहा कि राजनीति में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़े।

मैं सत्य हूं, सुविचार हूं। अविरल गंगा की धार हूं। मुझमें राग है ना द्वेश है। सर्व समभाव समावेश है। पल- पल, सतत सजग।अविचल मैं भरती डग। नित्य शाश्वत,सदाचार हूं । मैं सत्य हूं सुविचार हूं। ऐसा कहना है उत्तराखंड परिवहन निगम की महाप्रबंधक निधि यादव का । आज महिला दिवस के अवसर पर हम बात कर रहे हैं ऐसी शक्सियत की जिसनें हमेशा समाज में महिलाओं के सम्मान और हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़े इसके लिए निरंतर प्रयास किया है ।

जी हां हम बात कर रहे हैं  उत्तराखँड में 2002 कैडर की पीसीएस अधिकारी निधि यादव की । हरिद्वार की मूल निवासी निधि यादव की पहली पोस्टिंग एसडीएम चमोली के रुप में हुयी। उसके बाद उन्होनें उधमसिंहनगर समेत उत्तराखंड के कई जिलों में अपनी अधिकारिक सेवाएं दी हैं। 

वर्तमान में इस समय निधि यादव 3 साल से उत्तराखंड परिवहन निगम में महाप्रबंधक के पद पर हैं । आज उनसे बातचीत में उन्होनें महिला दिवस की शुभकामनाएं दी । निधि यादव का कहना है कि समाज में हर जगह महिलाओं का सम्मान होना चाहिए । केवल आज के दिन ही महिलाओं का सम्मान हो ऐसा न हो बल्कि हर दिन समाज में महिलाओं का सम्मान हो ।आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं । 

तो राजनीति में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़े ऐसा मेरा मानना है। स्त्री सरस्वती, लक्ष्मी, दुर्गा और महाकाली भी है। स्त्री मां, बहन, और पत्नी भी है। जिसके घर में स्त्री की पूजा होती है, वहीं मां लक्ष्मी विराजमान होती हैं । इसके साथ ही निधि यादव नें कहा कि महिलाओं को कभी हार नहीं माननी चाहिए। हमेशा आगे बढ़ते रहना चाहिए । चाहे कितनी भी मुश्किल सामने क्यों न हों । उन्होंनें कहा कि राजनीति में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़नी जरुरी है । 

यह तभी होगा जब लैंगिक समानता होगी । लैंगिक समानता आधुनिक समाज के साथ ही वास्तविक लोकतंत्र की शर्त भी है। महिलाओं के बुनियादी मुद्दों पर विशेष ध्यान देनें की जरुरत है। जब महिलाएं शिक्षित होगीं और उनके अधिकार मिलेंगें तो निश्चित ही राजनीति में महिलाओं की संख्या में इजाफा होगा। समाज में सभी को महिलाओं का सम्मान करना चाहिए। और हमेशा महिलाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास करना चाहिए ।