मरीना पर शुरु हुई राजनीति

टिहरी झील में फ्लोटिंग मरीना बोट के डूबने का मामला सामने आने के बाद से पर्यटन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। विभाग को फिलहाल जिलाधिकारी के माध्यम से हो रही मामले की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। जांच रिपोर्ट कब तक आएगी और कितने दिनों में इसकी जांच हो गए अभी यह भी साफ नहीं हो पाया है।इस मामले को लेकर उत्तराखंड में सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने आ गए हैं विपक्ष के हमलों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि पिछली सरकार के दौरान एक बड़ा घोटाला हुआ और उसी का यह परिणाम आज सामने देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने साफ शब्दों में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के दौरान इस बोर्ड को खरीदा गया और उस में बड़े पैमाने में घोटाला हुआ है।टिहरी झील में डूबी करीब 3 करोड़ की लागत से खरीदी गई फ्लोटिंग मरीना बोट के मामले में सियासत जारी है। बीजेपी इस मामले में कांग्रेस पर आरोप लगा रही है जबकि कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि कांग्रेस के कार्यकाल में मरीना बोट को खरीदा गया था। लेकिन उद्घाटन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया। इसके साथ ही सीएम ने इस बोट पर कैबिनेट बैठक भी की। इस दौरान धस्माना ने कहा कि बिना सर्टिफिकेट और रजिट्रेशन की मरीना बोट में सीएम ने कैबिनेट बैठक की जिससे कई मंत्रियों एंव विधायकों की जान को खतरे में डाला गया। शासन ने जिलाधिकारी टिहरी को इसका टेक्निकल पहलू जानने के निर्देश दिए हैं। फ्लोटिंग मरीना के डूबने के बाद टिहरी जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मामले की जांच कमेटी गठित कर दी गई है। ये कमेटी फ्लोटिंग मरीना के डूबने के कारणों को जानने और इसमें बरती गई अनियमितताओं की रिपोर्ट तैयार करेगी। फ्लोटिंग मरीना को समय-समय पर टिहरी झील में पानी की स्थिति को देखते हुए शिफ्ट किया जाना चाहिए था। लेकिन इसपर ध्यान न देने की वजह से करोड़ों से बनी ये मरीना पानी में डूब गई थी। पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर की मानें तो मामले में तकनीकी पहलुओं को देखा जाएगा और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि ये वही मरीना रेस्तरां बोट है, जिस पर पिछले साल ही बड़े जोर-शोर से त्रिवेंद्र सरकार की कैबिनेट बैठक हुई थी। इसी बोट में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने 13 जिले 13 नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन के लिए 13 नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन का एलान किया था। मरीना करीब 3 करोड़ की लागत से कांग्रेस शासनकाल के दौरान तैयार की गई थी।