भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं पर जनता को गुमराह करने का आरोप।

सूचना के अधिकार से खुलासा हुआ है कि कार्बेट टाइगर रिजर्व की बा्हय सीमा पर स्थित ढेला व ढेला बंदोबस्ती गांव में ईको सेंसिटिव जोन पूर्व की भांति लगा हुआ है तथा इसे हटाया नहीं गया है। 


फाइल फोटो- महेश जोशी

किसान संघर्ष समिति के सह-संयोजक महेश जोशी ने 23 दिसम्बर,19 को कार्बेट टाइगर रिजर्व से ढेला व ढेला बंदोबस्ती गांव को ईको सेंसिटिव जोन से बाहर रखे जाने सम्बंधी आदेश/शासनादेश की प्रति सूचना के अधिकार के तहत मांगी थी। 6 जनवरी को लोक सूचना अधिकारी ने जबाब दिया कि उक्त प्रक्रिया पर अभी निर्णय नहीं हुआ है। जबाब आने के बाद महेश जोशी ने भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सच्चाई सबके सामने आ चुकी है कि भाजपा के नेताओं ने ढेला की जनता के साथ विश्वासघात किया है तथा इसे लेकर झूठ बोला है। उन्होंने कहा कि ईको सेंसिटिव जोन के कारण लगे प्रतिबंधों से जनता का जीवन दूभर हो जाएगा तथा जंगली जानवरों का आतंक और अधिक बढ़ जाएगा।