नोटा के प्रचार हेतु वाहन की अनुमति नहीं दे रहा है चुनाव आयोग, प्रचार की अनुमति के लिये राज्य व देश के चुनाव आयोग का दरवाज़ा भी खटखटा चुका है, समाजवादी लोक मंच

रामनगर - नोटा को लेकर भारत का चुनाव आयोग भयभीत है इसी कारण समाजवादी लोक मंच को नोटा के प्रचार हेतु वाहन की अनुमति नहीं दे रहा | नोटा के प्रचार की अनुमति के लिए समाजवादी लोक मंच राज्य व देश के चुनाव आयोग का दरवाज़ा भी खटखटा चुका है | 

समाजवादी लोक मंच के मुनीश कुमार अग्रवाल द्वारा आरोप लगाया गया है कि 2 अप्रैल को सहायक चुनाव अधिकारी के समक्ष आवेदन किया गया था, कि उन्हें ईवीएम में नोटा के बटन के प्रचार प्रसार के लिए अनुमति दी जाये | परन्तु चुनाव अधिकारी ने अनुमति देने के बजाय आवेदन उच्च अधिकारियों को भेज दिया गया | जवाब न मिलने पर इसकी शिकायत चुनाव आयोग के शिकायती पोर्टल पर दर्ज कराई गयी | 

शिकायत पोर्टल में दर्ज होने के बाद जानकारी दी गयी कि आप न तो नोटा के एजेंट है और न ही केंडिडेट जब इस सम्बन्ध में 8 अप्रैल को शिकायतकर्ता ने राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी से फोन पर बात की तो कोई संतोष जनक जवाब नहीं दे सके | मुनीश कुमार अग्रवाल ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि नोटा को लेकर जनता को बहुत कम जानकारी है | बीते लोकसभा चुनाव में 60 लाख से अधिक लोगो ने नोटा का बटन दबा कर अपना आक्रोश व्यक्त किया था जिसको लेकर चुनाव आयोग, भाजपा, कॉंग्रेस जैसे दल भयभीत है |

देश के संविधान के अनुच्छेद 19 सभी देशवासियो को वाक व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता देता है | चुनाव आयोग अनुमति न देकर देश के संविधान का उल्लंघन कर रहा है | जिस तरह से देश में चुनाव लड़ने वाले दलों व प्रत्याशियों को प्रचार की अनुमति है उसी तरह से नोटा के प्रचार की अनुमति भी दी जानी चाहिए |