नैनीताल - सब्जी मंडी खेल मैदान में शिफ्ट करने के पहले ही दिन व्यवस्थाएं चरमराई।

कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम करने के लिए देश मे लॉक डाउन के बाद तीन घंटे के लिए दुकानें खोली जा रही हैं इस अवधि में दुकानों पर ग्राहकों की बेहिसाब भीड़ जुट रही थी,जिससे लॉक डाउन करवाने का कोई औचित्य नही रह गया था क्योंकि कोरोना से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी है। सोशल डिस्टेनसिंग के मद्देनजर ही नैनीताल जिला प्रशासन ने मल्लीताल स्थित सब्जी मंडी को डीएसए के खेल मैदान में अस्थायी रूप से शिफ्ट किया है,लेकिन आज सुबह यहाँ भी लोगों का जमवाड़ा उमड़ पड़ा,बुधवार को फ्लैट्स में की गई सभी तैयारियां फेल होती दिखाई दी,एक एक मीटर के दायरे में बने गोल घेरे भी लोगों से भर गए,वही दूसरी तरफ़ आढ़तियों द्वारा फ्लैट्स में फुटकर में सब्जी ना बेचने की बात भी कही गई जिसके बाद कोतवाल अशोक कुमार सिंह और सोनू बिष्ट महामंत्री व्यापार मंडल ने सब्जी के पैसे चुकाने के बाद लोगों को सब्जियां मुहैय्या करवाई।

आपको बता दें बीते रोज दुकान में समान खरीद रहे लोगे के डिस्टेंस बनाए जाने और दुकान देर तक खोलने को लेकर व्यापारियों  और पुलिस प्रशासन में विवाद के चलते व्यापार मंडल द्वारा आज बंद के आह्वान किया गया था जिसकी वजह से सब्जी और राशन की दुकानें देर से खुली, ये भी एक बड़ी वजह रही भीड़ में अफरा तफरी की। वही गुस्से से बौखलाए लोग व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए अपनी अपनी राय देते नजर आये , आढतियों द्वारा फुटकर रेट में सब्जी ना बेचने की बात भी कही गई जिसके बाद कोतवाल अशोक कुमार सिंह और सोनू बिष्ट महामंत्री व्यापार मंडल ने सब्जी के पैसे चुकाने के बाद लोगों को सब्जियां मुहैय्या करवाई। 

वही जिला प्रशासन का पूरे मामले में कहना है कि मंडी शिफ्ट होने के पहले ही दिन के चलते यह व्यवस्थाएं चरमराई, व्यापार मंडल से बात कर ली गई है कल से व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चलेंगी। नही बचने को लेकर भी खासा विवाद देखने को मिला