नैनीताल में मोबाइल टावर लगाये जाने के विरोध में आमसभा का आयोजन

नैनीताल में नयना देवी मन्दिर के कार्यालय में नैनीताल फ्लैट्स में लगने वाले मोबाईल टाॅवर के विरोध में आज एक आम सभा का आयोजन किया गया, जिसमें लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और अपनी राय पेश की।आम सभा में आये सभी लोगों ने मोबाईल टाॅवर के निर्माण कार्य को लेकर अपनी नराजगी जाहिर की, साथ ही ये भी कहा कि हमें नैनीताल के अस्तित्व को बचाने के लिये किसी भी हद तक जाना होगा,आखिर नगरपालिका और प्राधिकरण ने संवेदनशील फ्लैट्स में मोबाईल टाॅवर की अनुमति दी कैसे? साथ ही सभा में मौजूद लोगों ने ये भी सवाल उठाया कि कई वर्षों से नैनीताल के फ्लैट्स में सिर्फ खेलकूद ही किया जाता रहा है, तो ऐसे में फ्लैट्स से पार्किंग हटाने की बजाये टाॅवर को लगवाने की अनुमति देने के पीछे क्या स्वार्थ है ? मोबाईल टाॅवर के लिये नगर के बाहर जगह चिन्हित की गयी थी फिर शहर के बीचोबीच टाॅवर लगवाने के पीछे क्या मंशा है? आम सभा में मौजूद अधिकांश लोग टाॅवर के लिये खोदे गये गढ्ढे को तुरन्त भरने के पक्ष में थे। नयना देवी मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष राजीव लोचन साह ने बताया कि आज आमसभा के बाद  जिलाधिकारी के ना मिल पाने के कारण एक ज्ञापन टाॅवर के विरोध में नगरपालिका अध्यक्ष को सौंपा गया, लेकिन नगरपालिका अध्यक्ष का इस मामले को लेकर उदासीन रवैया देखने को मिला,जैसे नगरपालिका अध्यक्ष जनता के प्रतिनिधि ना हो बल्कि टाॅवर लगाने वाली कम्पनी के जन सम्पर्क अधिकारी हो।


आपको बता दें कि नैनीताल में पिछले कुछ महीनों से धीमी गति से इंटरनेट चलने की समस्या बनी हुई है, लिहाजा नगर में दो मोबाईल टाॅवरों को लगाने की पूरजोर कोशिशें जारी हैं ताकि लोगों को धीमी गति के इंटरनेट से निजात मिल सके लेकिन इन दो टाॅवरों के निर्माण को लेकर लोगों में अब खासी नाराजगी देखने को मिल रही है। क्योंकि जिस जगह ये टाॅवर लगाये जा रहे हैं वो नैनीताल के अस्तित्व के लिये खतरे से खाली नही है।एक टाॅवर नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल के सामने बने पंडित दीन दयाल पार्क में बनना था,जिसके विरोध में इसी पार्क में पौधारोपण करने वाली संस्था आ खड़ी हुई थी और टाॅवर निर्माण कार्य के लिये की जाने वाली खुदाई को रोक दिया गया था।दूसरा टाॅवर नैनीताल के फ्लैट्स में गुरूद्वारे के पास बनना प्रस्तावित हुआ है, दीन दयाल पार्क में जो टाॅवर लगना था,वो भी अब फ्लैट्स में लगाया जा रहा है, जिसका विरोध आमजन कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है, नैनीताल जैसे छोटे शहर में दो दो टाॅवरों से रेडियेशन का स्तर बढ़ जायेगा जो कि सेहत के लिये भी नुकसानदायक है।सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि टाॅवर लगाने से पहले मोबाईल ऑपरेटर से टाॅवर रेडियेशन के घेरे में आबादी वाले क्षेत्र ना आयें इस बात का शपथपत्र लिखवाया जाता है, बावजूद इसके मनमाने तरीके से नैनीताल के आबादी वाली जगह में टाॅवर लगावाये जा रहें है,जिसकी अनुमति झील प्राधिकरण और नगरपालिका ने भी दे दी है। आमसभा में आये लोगों का कहना है कि अगर ज्ञापन देने के बाद भी टाॅवर के लिये खुदाई नहीं रुकवाई गयी, तो नैनीताल के अस्तित्व को बचाने के लिये हम जन आंदोलन पर उतर आयेंगे।