नैनीताल में जनता कर्फ़्यू के बाद ताली, थाली,और घण्टियाँ बजाकर लोगों ने किया आभार व्यक्त।

शंख बजे और ताल बजे , और बजी है गणपती आरती ,
अद्भुत दृश्य सुना विश्व नें ,हम उत्तम उज्ज्वल भारती।
आज पूरे देश ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जनता कर्फ़्यू का खुल कर समर्थन किया,और नैनीताल में हर घर की खिड़की बालकनी से शंख,घंटियों तालियों,थालियों की आवाज़ से पूरा वातावरण गूंज उठा।वेद पुराण के अनुसार जहाँ शंखनाद होता है वहाँ अनिष्टों का नाश होता है। सनातन धर्म-संस्कृति में करतल ध्वनि,घंटा ध्वनि, शंख की ध्वनि को काफी प्रभावशाली माना जाता है।शुभ मौकों पर इसका प्रयोग किया जाता है।जबकि थाली बजाना उत्साह का प्रतीक होता है।घर से नकारात्मकता दूर होती है।
आज शाम ठीक 5 बजते ही नैनीताल में लोगों के अंदर इतना उत्साह था कि मानो वो आज ही कोरोना जैसे खतरनाक वायरस को जड़ से ही खत्म करने का संकल्प ले रहे हों।इतना सुंदर दृश्य शायद नैनीताल में पहले कभी नही देखा गया होगा।
आज शाम 5 बजे जब लोग अपने अपने घरों से उन सभी लोगो का आभार व्यक्त कर रहे थे जो देश की सेवा में दिन रात लगे हैं,चाहे डॉक्टर हो या पूरा स्वास्थ्य विभाग,चाहे पुलिसकर्मी हो या मीडिया कर्मी,या फिर आर्मी के नौजवान हो आज इन सब ने बिना रुके अपना कर्तव्य निभाया।इन सभी को जज्बे को सलाम करती ये तस्वीरे आज बहुत कुछ बयां कर रही हैं कि हम लड़ेंगे,हम हार नही मानेंगे।
नैनीताल से कुछ ऐसी ही दिल छू लेने वाली तस्वीरे आप भी देखिए।
खिड़कियों और बालकनी से अपना आभार व्यक्त करते नैनीताल के निवासी।
उत्साह से भरे लोग।