नैनीताल पहुंचे कपिल सिब्बल ने जेएनयू में हुई हिंसा के मामले में भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेने का नहीं छोड़ा कोई भी मौका।

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी कैंपस में हुई हिंसा पर राजनीति की रोटियां सिकनी शुरू हो गई है, हिंसा की घटना को लेकर नेताओं के बीच बयानबाजी का क्रम शुरू हो गया है,इसी क्रम में पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल भी भाजपा पर जमकर बरसे।नैनीताल में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के स्टिंग मामले की पैरवी करने आये कपिल सिब्बल ने जेनएयू हिंसा मामले में कहा कि भाजपा सरकार 2014 में आई थी ,जो भी इनकी सरकार और विचारधारा के खिलाफ आवाज़ उठाता है उसे ये टुकड़े टुकड़े गैंग कहती है,जबकि खुद भाजपा देश के टुकड़े टुकड़े करना चाहती है।भाजपा की सरकार आने के बाद पीड़ितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो रहा है, और अपराधियों को संरक्षण मिल रहा है।जेनएयू हिंसा मामले में कपिल सिब्बल ने कुलपति और दिल्ली पुलिस के डीजी को बर्खास्त करने की मांग की साथ ही पूरे मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग भी की।कपिल सिब्बल ने आगे कहा कि एबीवीपी के गुंडे चेहरों पर मास्क लगाकर तांडव कर रहे थे वो जेएनयू में कैसे अंदर तक जा पहुंचे जबकि बाहर पुलिस का पहरा लगा था,क्या अंदर परिसर से कोई फ़ोन आया था जो एबीवीपी के लोग अंदर चले गए और पुलिस मूकदर्शक बनी रही,वही जो लोग शांति पूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे उन पर पुलिस गोलियां चला रही है।पहले तो पुलिस गोलियां चलाने से इंकार करती है लेकिन पुष्टि हो जाने के बाद आरोपियों को बचाती है।जेनएयू में हुई हिंसा को लेकर कपिल सिब्बल भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेने का एक भी मौका नही चुके।