त्रिवेंद्र की टीम में कुमाऊ से होगें चेहरे

आखिरकार सत्ता संभालने के पौने तीन साल बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंत्रिमंडल विस्तार के लिए तैयारी पूरी कर ली है।संकेत हैं कि मंत्रिमंडल में रिक्त तीनों पदों को भरा जाएगा और इसमें तरजीह कुमाऊं मंडल को ही मिलेगी।मुख्यमंत्री का जल्द प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात का कार्यक्रम है।इससे माना जा रहा है कि मुलाकात में मंत्रिमंडल विस्तार को हरी झंडी मिलते ही टीम त्रिवेंद्र में नए चेहरों की एंट्री हो जाएगी।उत्तराखंड विधानसभा के वर्ष 2017 में हुए चुनाव में भाजपा अकेले 70 में से 57 सीटें हासिल करने में कामयाब रही थी।इतने भारी भरकम बहुमत के बावजूद त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में केवल 10 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने ही शपथ ली।उत्तराखंड में मंत्रिमंडल का आकार अधिकतम 12 सदस्यीय हो सकता है लेकिन दो स्थान रिक्त ही रखे गए।पिछले वर्ष जून में कैबिनेट के वरिष्ठ सदस्य प्रकाश पंत का असामयिक निधन हो गया। इससे एक स्थान और रिक्त हो गया। इसके बाद तय लगने लगा कि मुख्यमंत्री जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे। दरअसल, प्रकाश पंत कैबिनेट के वरिष्ठ सदस्य थे और उनके पास वित्त, संसदीय कार्य, पेयजल, गन्ना विकास और आबकारी जैसे अहम महकमे थे। उनके निधन के बाद ये सभी मंत्रालय मुख्यमंत्री के अधीन आ गए। इससे मुख्यमंत्री पर कार्य का बोझ काफी ज्यादा हो गया।इसके बावजूद सात महीने का वक्त गुजर गया और नए मंत्री नहीं बनाए गए। अब हाल ही में मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि नए मंत्रियों की आवश्यकता महसूस हो रही है। इससे साफ हो गया कि अब निकट भविष्य में मंत्रिमंडल विस्तार सुनिश्चित है।इस बीच मंगलवार को सरकार ने 10 पार्टी नेताओं को राज्यमंत्री के दर्जे के साथ दायित्वों से नवाज दिया।साथ ही 13 मंडी परिषदों में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पदों पर नियुक्तियां भी कर दीं।इससे इस बात के संकेत और भी ज्यादा पुष्ट हो गए कि मंत्रिमंडल विस्तार भी जल्द कर दिया जाएगा। सियासी गलियारों में इन नियुक्तियों को भाजपा की अगले विधानसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है।