चीन ने फिर दिया धोखा बातचीत के दौरान किया हमला गलवान घाटी में 20 भारतीय जवान हुए शहीद

चीन अपनी हरकतों पर बाज नही आ रहा है बातचीत रने गयी भारतीय सेना पर गलवान घाटी में चीन ने हमला कर दिया, चीन के साथ हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए है सरकारी सूत्रों के हवाले से न्यूज़ एजेंसी एएनआई ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है,वही बताया ये भी जा रहा है कि झड़प में चीन के भी 43 जवानों की मौत हुई है।



11 सितंबर 1967 में भी दोनों देशों की सीमाओं पर गोलियां चलाई गई थी लेकिन उस वक्त किसी के हताहत की खबर नही आई थी।सोमवार रात हुई लड़ाई 3 घण्टे के करीब चली।



इससे पहले गृह मंत्रालय की ओर से बयान जारी किया था कि भारत हमेशा एलएसी का सम्मान करता आया है चीन को भी ऐसा ही करना चाहिए, मंत्रालय ने ये भी कहा था कि एलएसी पर जो हुआ उससे बचा जा सकता था,आज दोनों देशों को नुकसान उठाना पड़ा है।

भारतीय सेना की ओर से आधिकारिक बयान में कहा गया है कि गलवान घाटी में सोमवार रात को डी एस्केलेशन की प्रक्रिया के दौरान भारत-चीन की झड़प हुई थी। लाइन ऑफ ड्यूटी पर 17 भारतीय टुकड़ियां जख्मी हुईं। सब-जीरो टेंप्रेचर (बेहद ठंडे) वाले इलाके में हमारे जवान देश के लिए शहीद हुए, जिनकी संख्या 20 है। भारतीय सेना अपने देश की अखंडता और संप्रभुता को सुरक्षित रखने के लिए सदैव प्रतिबद्ध है। सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआई को यह भी बताया कि एलएसी के आसपास चीनी चॉपर्स की गतिविधि अधिक दिखी। माना जा रहा है कि भारत के साथ हुई खूनी झड़प में पीएलए के जो सैनिक मारे गए या जख्मी हुए, उन्हें एयर लिफ्ट करवाने के लिए हवाई सेवाएं भेजी गई हैं।

ट्वीटर पर उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से लेकर कई राजनेताओं ने दुख प्रकट किया है ।