कोसी नदी के प्रतिबंधित क्षेत्र में हो रहा है अवैध खनन, बाईपास पुल बना रही वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कंपनी जमकर कर रही है अवैध खनन ।

रामनगर - रामनगर वन प्रभाग के अपर कोसी नदी आरक्षित क्षेत्र में पिछले कई दिनों से रात के अँधेरे में अवैध खनन जमकर हो रहा है। यह अवैध खनन कोई और नहीं बल्कि रामनगर हल्द्वानी बाईपास के लिए कोसी नदी पर पुल बना रही वशिष्ठा कंस्ट्रक्शन कम्पनी खुद कर रही थी। यह अवैध खनन भी निर्माणाधीन बाईपास पुल के नीचे किया जा रहा था । जबकि कोसी बैराज से 2 किलोमीटर तक खनन प्रतिबंधित है, इसके बावजूद कोसी नदी का सीना चीर कर खनन किया जा रहा है । जिससे कोसी बैराज के पुल और नवनिर्मित पुल को भी खतरा पैदा हो गया है। सूत्रों की मानें तो कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर के साथ मिलकर कुछ सत्ताधारी पार्टी के नेता भी इस अवैध खनन में संलिप्त बताये जा रहे है। परन्तु यह सब खनन का खेल रामनगर वन प्रभाग की कोसी रेंज के वन विभाग के अधिकारियों की नाक के नीचे चल रहा है ।
वही विभाग के आलाधिकारी इस अवैध खनन के मामले में चुप्पी साधे हुये बैठे हैं । वही वन विभाग की यह खामोशी से दाल में कुछ काला है जैसे मुहावरे को जन्म देती है । कोसी नदी में रात के अँधेरे में हो रहे इस अवैध खनन को रुकवाने के लिए मीडिया ने आलाधिकारियों से फोन पर सम्पर्क साधा और कोसी नदी के प्रतिबन्धित क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन की जानकारी दी । जानकारी मिलने के लगभग दो घण्टे बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुँची । तब तक जेसीबी और पोकलैंड मशीन से कोसी नदी का सीना चीर कर पचासियों डम्पर आरवीएम इधर से उधर कर दिया गया ।
विभाग के आलाधिकारियों के बिना मौके पर पहुँची, वन विभाग की टीम को देखते ही दो डम्पर भागने में कामयाब हो गये । बाकी खनन कर रहे डम्परों ने भागने का प्रयास किया तो उन्हें वन कर्मियों ने बन्दूक तान कर रोकने का प्रयास किया तो डम्पर ने वन कर्मी को कुचलने की कोशिश भी की है । वही टीम ने मौके से चार डम्पर,एक जेसीबी और एक पोकलैण्ड मशीन अवैध खनन करते हुए पकड़ी । इन सभी को वन विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया है । लेकिन इस पूरे मामले में जब विभाग के डीएफओ बी पी सिंह से संपर्क किया तो उन्होंने फोन नही उठाया, जिससे इस अवैध खनन के खेल में विभाग पर मिलीभगत के आरोप लगने लगें है ।