कोरोना वायरस को लेकर नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल में आज फिर हुई मॉक ड्रिल

कोरोना वायरस से लड़ने के लिए नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल में वरिष्ठ फिजिशियन डॉक्टर दुग्ताल की निगरानी में एक बार फिर मॉक ड्रिल की गई।अगर कोई कोरोना वायरस का मरीज नैनीताल में पाया गया तो किस तरह उसे बीडी पांडे अस्पताल में ही आइसोलेट किया जायेगा,किस तरह मरीज को प्राथमिक चिकित्सा दी जाएगी और ज़रुरत पड़ने पर मरीज को सावधानीपूर्वक किस तरह हायर सेंटर भेजा जाएगा आज इसकी तैयारी की गई।



आपको बता दें कि नैनीताल के जिला अस्पताल बीडी पांडे में 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड बना खास कोरोना मरीजों के लिए बनाया गया है। कोरोना वायरस से निबटने के लिए वरिष्ठ फिजिशियन डॉ एमएस दुग्ताल एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ एमएस रावत के नेतृत्व में चार डॉक्टरों की टीम का गठन किया गया है।पूरी टीम ने आज फिर नैनीताल के बीडी पांडे अस्पताल में कोरोना वायरस के इलाज को लेकर मॉक ड्रिल की, जिसमें डॉक्टरों के साथ नर्स स्टॉफ ने भी कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज में क्या क्या सावधानी बरतनी है और किस तरह उनका इलाज किया जाना है इन सब का ध्यान रखते हुए तैयारी की।मॉक ड्रिल के दौरान मरीजों और अस्पताल के पूरे स्टॉफ को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया था,साथ ही डॉक्टर दुग्ताल ने बताया कि कोरोना वायरस से डरने की ज़रूरत नही है ये भी आम वायरस की तरह ही है,बस आपकी सावधानी ही आपका बचाव है।सर्दी जुखाम और बुखार आने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।



गौरतलब है कि बीते शनिवार को लखनऊ से पहुंची तीन महिलाएं  नैनीताल कोरोना के डर से खुद का चेकअप करवाने बिडी पांडे अस्पताल पहुंची थी,जाँच में पाया गया कि वो कोरोनाग्रसित नही हैं लेकिन लखनऊ जैसे शहर से आने की वजह से उन्हें हलद्वानी सुशीला तिवारी रेफर कर दिया था,इनके अलावा 20 और लोग बाहर से नैनीताल पहुंचे थे उन्हें भी एहतियातन 14 दिनों तक घर पर ही आइसोलेट कर दिया गया है।