उत्तराखंड लिंग वर्गीकृत वीर्य उत्पादन करने वाला पहला राज्य बना

इससे 2022 तक कृषकों की आय दोगुना करने का लक्ष्य भी पूरा होगा।पिछले दिनों ऋषिकेश के श्यामपुर में बने लिंग वर्गीकृत वीर्य उत्पादन प्रयोगशाला का सीएम त्रिवेंद्र रावत ने लोकार्पण किया। इस परियोजना की कुल लागत 47.50 करोड़ है और परियोजना में केंद्र और राज्य का 90 और 10 प्रतिशत का रेशो रहेगा। आर मीनाक्षी सुंदरम में कहा कि स्पर्म स्टोरिंग टेक्नोलॉजी फ्लोसाइटोमेट्री विधि का परिष्कृत रूप है।
आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि उत्तराखंड राज्य अब लिंग वर्गीकृत वीर्य उत्पादन करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है इसके उत्पादन से जहां एक और नर पशुओं की संख्या में कमी आएगी वहीं दूसरी ओर 90% बछिया पैदा होगी इससे प्रधानमंत्री का कृषकों की आय 2022 तक 2 गुना करने का जो लक्ष्य है वह भी पूरा होगा। पशुपालन सचिव ने कहा कि इस परियोजना मेंं पहले साल में दो लाख, दूसरे साल में तीन लाख और इसी तरह से आने वाले सालों में सेक्ससीमन उत्तपादन बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है।