उत्तराखंड- बाहर से आ रहे लोग बढ़ा रहे हैं कोरोना संकट ,एक हफ्ते में बढ़ा कोरोना ग्राफ़

बाहरी क्षेत्रों से उत्तराखंड लौट रहे लोगों की वजह से राज्य में कोरोना ख़तरा हर दिन बढ़ता ही जा रहा है,बीते एक हफ्ते के अन्दर पांच जिलों में कोरोना संक्रमण के 17 नए मामले दर्ज किए गए हैं, इनमें सभी प्रवासी रहे है जो दिल्ली, गुजरात,हरियाणा,राजस्थान या मुंबई से उत्तराखंड वापस लौटे थे।हालांकि राज्य सरकार बार बार यही कह रही है कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से बाहर से लौट रहे लोगो की पूरी तरह जांच की जा रही है। लेकिन जिस तरह कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ रहा है ऐसे में अगर स्वास्थ्य विभाग को सैम्पलिंग और सर्विलांस नही बढ़ाई तो राज्य में कोरोना संकट और ज़्यादा गहरा जाएगा।

गौरतलब है कि उत्तराखंड में पहला कोरोना केस 15 मार्च को सामने आया था,जबकि मात्र 15 ही दिनों बाद राज्य में कोरोना संक्रमण मरीज़ो की संख्या 7 हो गयी थी,फिर राज्य में एकाएक कोरोना संक्रमण के मरीजो की संख्या ने रफ्तार पकड़ ली,और अब प्रवासियों के वापस अपने घर लौटने की वजह से कोरोना केस फिर रफ्तार में है।

पहाड़ो की अगर बात करे तो अल्मोड़ा जिले में पहला कोरोना का मामला 5 अप्रैल को मिला था,और मसूरी में बीती रोज़ ही महिला संक्रमित पाई गई है।वही नैनीताल जिले में लगातार कोरोना  मामले सामने आए जिसकी वजह से जिले के हल्द्वानी में बनभूलपुरा को हॉट स्पॉट भी घोषित करना पड़ा था।इधर लॉक डाउन 3.0 में दी गयी छूट भी काफी ज़्यादा है ,सुबह 7 से 4 तक बाज़ारो में लोगो का जमावड़ा लगा रहता है जैसे मानो सुबह 7 बजे से 4 बजे तक कोरोना विश्राम कर रहा हो।4 बजे के बाद भी लोग अपने घरों में खुद को कैद महसूस करते है फिर बेफ़िज़ूल बाहर निकलने कोशिश करते है,कई लोग मॉर्निंग वॉक और इवनिंग वॉक की आड़ में भी घरों से बाहर निकल रहे हैं इनमें वो लोग भी शामिल है जिन्हें होम क्वारंटाइन किया गया है।राज्य में अभी तक 78 कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आए हैं  अगर बाहर से वापस लौट रहे लोगों पर पैनी नज़र नही रखी गयी तो जल्द ही ये आंकड़ा 100 के पार हो जाएगा