उत्तराखंड:कोरोना महामारी के चलते सांकेतिक रूप से मनाया गया प्रसिद्ध बग्वाल लेकिन हो गया बवाल

उत्तराखंड के प्रसिद्ध जिस बग्वाल को अंग्रेज भी नही रोक पाए थे उस बग्वाल को कोरोना महामारी के चलते पहली बार सांकेतिक रूप से खेला गया और उसमे भी आज हंगामा मच गया।रक्षाबंधन के पावन पर्व में उत्तराखंड के चंपावत जिले के देवीधुरा में हर साल श्रावणी पूर्णिमा को बग्वाल यानी पत्थरों का युद्ध या पत्थरों की वर्षा की जाती है लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते ये ऐतिहासिक बग्वाल पहले नही होना तय किया गया था लेकिन फिर फलों द्वारा सोशल डिस्टनसिंग का पालन करते हुए बग्वाल खेला गया लेकिन खेल खेल में विधायक और नायाब तहसीलदार के बीच जंग हो गयी।
सोमवार को दुर्वाचौड़ मैदान में लमगड़िया और वालिक ख़ामो ,गहरवाल,और चम्याल ख़ामो के बीच फलों द्वारा बग्वाल खेला गया इस बीच दो लोग हल्के घायल हो गए उधर मंदिर के पुरोहित धर्मानन्द पुजारी ने बग्वाल खत्म होने की घोषणा कर दी और तभी नायाब तहसीलदार पीठाचार्य की गद्दी तक जूते पहने पहुंच गए और इसी बात पर हंगामा मच गया,भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा ने भी नायाब तहसीलदार पर आरोप लगाया और फिर गहमागहमी शुरू हो गयी ।काफी देर समझाने बुझाने पर मामला शांत हुआ ।