उत्तराखंड चारधाम यात्रा: ड्राइवर-कंडक्टर का अलग से होगा नेत्र परीक्षण, प्रदेश में हादसों को कम करने के मकसद से की गई पहल

Uttarakhand Chardham Yatra: Driver-conductor will have separate eye test, initiative taken with the aim of reducing accidents in the state.

चारधाम यात्रा पर व्यावसायिक वाहन लेकर आने वाले ड्राइवर, कंडक्टरों का स्वास्थ्य विभाग अलग से नेत्र परीक्षण करेगा। इसके लिए देहरादून के मुख्य चिकित्साधिकारी ने छह नेत्र सहायकों की टीम बनाई है, जो रोस्टरवाइज चारधाम यात्रा में ड्यूटी देंगे। संभागीय परिवहन कार्यालय परिसर ऋषिकेश में यह सुविधा दी जाएगी। मुख्य चिकित्साधिकारी की ओर से एआरटीओ ऋषिकेश को भेजे पत्र में बताया गया है कि कोरोनेशन अस्पताल के अनिल कुमार टम्टा सात मई से 21 मई, यहीं के राजेंद्र देवराड़ी 22 मई से छह जून, क्षितिज बिष्ट छह से 20 जून, अखलेश शर्मा 21 से पांच जुलाई, सीएचसी डोईवाला के दिनेश रावत छह से 20 जुलाई और नीलम पयाल 21 जुलाई से चार अगस्त तक ड्यूटी करेंगे। इस दौरान सभी ड्राइवर, कंडक्टरों का नेत्र परीक्षण व स्वास्थ्य परीक्षण भी किया जाएगा। परिवहन विभाग ने हादसों को कम करने के मकसद से ये पहल की है। परिवहन मुख्यालय ने चारधाम यात्रा के दौरान परिवहन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की छुट्टी पर रोक लगा दी है। संयुक्त परिवहन आयुक्त सनत कुमार सिंह ने बताया कि चारधाम में हर साल की तरह इस साल भी यह रोक यात्रा के दौरान प्रभावी रहेगी। उन्होंने बताया कि अपरिहार्य परिस्थितियों को छोड़कर अवकाश नहीं दिया जाएगा।