ओ मां!तूने हर दुआ में मेरा नाम लिया,मेरे सपनों में खुद को जिया! द होली एकेडमी में मां के सम्मान में नन्हे बच्चों ने सुनाई कविता,बनाए ग्रीटिंग कार्ड

नैनीताल : द होली एकेडमी स्कूल
मां एक आम शब्द नहीं है। इस शब्द में पूरी कायनात समाई होती है। एक बार जुबां पर मां आता है और दिल में ममता, प्यार और सम्मान की बाढ़ उभर आती है। क्योंकि, मां ही है जो बिना कुछ कहे, सब कुच समझ जाती है। उसके आंचल में दुनिया की सबसे सच्ची और सुरक्षित जगह होती है, जहां हर दर्द, डर, थकान और तन्नाई मिनटों में छूमंतर हो जाती है। ऐसे में हर शब्द जो मां के लिए लिखा जाए वह खुद भावों से भीग जाता है। और मां के लिए जब निस्वार्थ भाव बच्चों का हो तो कहना ही क्या।
नैनीताल के सुप्रसिद्ध द होली एकेडमी में माताओं के सम्मान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिस में नन्हे बच्चों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया,इस मौके पर नन्हे छात्रों ने विभिन्न कार्यक्रम की प्रस्तुति दी और सभी माताओं के लिए विशेष प्रार्थना की गई। इस मौके पर स्कूल के विद्यार्थियों ने अपने नन्हे हाथों से अपनी मां के लिए विभिन्न प्रकार के कार्ड और स्लोगन भी बनाए और बच्चों ने मंत्रमुग्ध करने वाली प्रस्तुति दी। इस दौरान बच्चों ने कविता पाठ,और विभिन्न खेलकूद में प्रतिभाग किया।
इस मौके पर स्कूल की प्रिंसिपल मधु विग ने कहा कि बच्चे की सबसे पहली शिक्षिका उसकी माता होती है,हर व्यक्ति के जीवन में माँ का विशेष स्थान है,मां दया, ममता और त्याग की मूर्ति होती है।
इस मौके पर स्कूल की प्रिंसिपल मधु विग और शिक्षकगण मौजूद रहे