एक घर ऐसा भीः गैस चैंबर बनी राजधानी दिल्ली का वो घर! जहां AQI रहता है 10-15 के बीच, हर तरफ हो रही चर्चा

नई दिल्ली। एक तरफ राजधानी दिल्ली में एक्यूआई को लेकर हाहाकार मचा हुआ है, वहीं दक्षिणी दिल्ली के सैनिक फार्म में एक ऐसा घर है, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 5-10 के बीच रहता है, जिसको लेकर हर तरफ इस घर की चर्चा हो रही है और लोग इस मॉडल की सराहना कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक इस घर में कोई एयर प्यूरीफायर नहीं लगा है लेकिन फिर भी इस घर की हवा बिल्कुल साफ है। ये घर पीटर सिंह और नीनो कौर का है, जिसमें पेंट या प्लास्टर का इस्तेमाल नहीं किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस घर में 15 हज़ार से ज़्यादा पेड़-पौधे लगे हुए हैं।
यही नहीं घर में कहीं भी कंक्रीट और पेंट का इस्तेमाल नहीं हुआ है, यहां पुराने जमाने की गारी से ईंटें जोड़ी गई हैं। पेंट की जगह चूने का इस्तेमाल किया गया है। छत पर लेंटर नहीं पत्थर की टाइल लगाई गई हैं। इस घर में रहने वाले 80 वर्षीय पीटर का परिवार महाराजा रणजीत सिंह के सेनापति के परिवारों से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि इस घर का गेट अंग्रेजों के जमाने से भी पहले का है, जो एक किले से निकलकर पुरानी लकड़ी से बनाया गया है, घर अंदर जाने वाली हवा को सबसे पहले मिट्टी के बुरादे और पानी के जरिए फ़िल्टर किया जाता है। इस हवा से ही घर का तापमान गर्मियों में बाहर की तुलना में काफ़ी कम होता है। इस घर के अंदर 15,000 अलग-अलग तरह के पेड़ पौधे हैं, जिनकी ऑक्सीजन से ही अंदर का एयर क्वालिटी इंडेक्स हमेशा 15 से कम रहता है। पीटर और नीनो बताते हैं कि वो किसी भी सीजन में बाहर से एक भी सब्ज़ी नहीं ख़रीदते हैं। उनके मुताबिक घर में जल संचयन के लिए बारिश के पानी को 15,000 लीटर की टंकी में रखा जाता है, उसी से पेड़ पौधों की सिंचाई होती है। यहां पानी को रीयूज करने की ज़बरदस्त टेक्निक का इस्तेमाल किया गया है।
पीटर बताते हैं कि उनकी पत्नी को ब्लड कैंसर हुआ था। कीमोथैरेपी के बाद उनके फेफड़े बहुत कमज़ोर हो गए थे। इस पर एक डॉक्टर ने कहा कि आप लोग दिल्ली एनसीआर छोड़ दें। किसी अच्छी जगह जाकर रहें तो वहीं एक दूसरे आयुर्वेद के डॉक्टर ने उनसे कहा कि आप सिर्फ़ ऑर्गेनिक सब्ज़ियां ही खाएं। बेटे ने गोवा में घर भी ख़रीद दिया। कुछ दिन दोनों वहाँ रहे भी लेकिन फिर अपने घर को ही पूरी तरह बदलने के बारे में सोचा।