108 के पूर्व कर्मचारियों ने किया विधानसभा कूच

108 के पूर्व कर्मचारियों ने अपने समायोजन की मांग को लेकर राजधांनी देहरादून में चल रहे दो दिवसीय सत्र के दौरान विधानसभा का घेराव किया। बता दें कि ये कुल 717 पूर्व कर्मचारी देहरादून के धरना स्थल पर पिछले 56 दिनों से धरना देते आ रहे हैं, लेकिन आजतक सरकार इनकी मांगो को नज़र अंदाज़ करते आ रही है। जबकि इन पूर्व के कर्मचारियों की समस्याओं को देहरादून के कांग्रेस पार्टी सहित कई अन्य राजनितिक दलों ने उठाया परन्तु सरकार हमेशा ही हर किसी को सिर्फ और सिर्फ आश्वासन देते ही नज़र आयी है। आज आलम यह है कि इन पूर्व के कार्यरत कर्मियों को पिछली कंपनी ने एक माह का सैलरी का भुगतान भी नहीं किया न ही सरकार ने इनकी कोई सुध ली है। आखिरकार इन श्रमिकों के पास कोई और बिकल्प नहीं रह गया था बजाय विधानसभा घेराव करने के। 108 के पूर्व संगठन के मीडिया प्रभारी डंगवाल ने बताया कि सरकार चाहे तो उनके समायोजन प्रदेश की नयी कार्यदायी संस्था कैंप से कहकर समायोजन करा सकती है| क्योंकि कैंप को अधिकृत मौजूदा सरकार ने ही कर रखा है। परन्तु सरकार यह कहकर अपना पल्ला झाड़ रही है कि निजी संस्था पर सरकार का कोई भी हस्तक्षेप नहीं है। इससे सरकार के पलायन रोकने के दावे भी खोखले नज़र आ रहे हैं, यदि सरकार पलायन रोकने के लिए वाकई गंभीर होती तो आज इन कार्मिकों को 56 दिनों तक धरने पर बैठने की नौबत नहीं आती इससे मौजूदा सरकार की मंशा पर भी कई सवाल उठते हैं|