विकास कार्यो में आयेगी पारदर्शिता अब चेक और कैश की बजाय ऑनलाइन तरीके से होगा भुगतान

उत्तराखण्ड की तमाम ग्राम पंचायत व जिला पंचायत क्षेत्रो में होने वाले विकास कार्यो में बार बार समाने आने वाली वित्तीय अनियमित्ताओं की गड़बड़ी अब कम देखने को मिलेंगी| दरअसल वित्तीय अनियमत्ताओं पर अंकुश लगाने के लिए विकास कार्यो के भुगतान को अब चैक और नगद की बजाय एक बेबसाईट के जरिये अब ऑनलाइन कर दिया गया है जिसका लेखा जोखा भी ऑनलाइन वेबसाइट में ही सेव होगा ऐसे में विकास कार्य अब पारदर्शिता के साथ पूरे होने की उम्मीद है| इस ऑनलाइन प्रणाली को पब्लिक फाइनेंशियल मैनेजमेंट सिस्टम नाम दिया गया है जिसकी ट्रेनिंग की एक कार्यशाला आज ग्राम विकास अधिकारियों और ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों की दी गई कार्यशाला के जरिये भुगतान के तौर तरीकों को जानकारी दी गई| जिले के सभी ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों को अपने अपने विभाग के यूजर पासवर्ड से वेबसाइट में जाकर ही विकास कार्यो का भुगतान करने की ट्रेनिंग प्रोजेक्टर के जरिये समझायी गई| इस ऑनलाइन प्रणाली का एक फायदा ये भी है की चेक भुगतान समय पर न पहुचने की समस्या भी विकास कार्यो में अब अड़चन नहीं डाल सकेगी| बताते चलें की उत्तराखण्ड में जल्द ही पंचायत चुनाव भी होने हैं ऐसे में आचार सहिता लगने के बाद विकास कार्यो का जिम्मा विभागीय कर्मचारियों अधिकारियों के पास है जिसके लिए जल्द ही 10 से 15 दिनों के भीतर जिले में प्रशासक भी तैनात कर दिए जायेंगे| वहीं ऑनलाइन प्रणाली के लिए कंप्यूटर शॉर्टेज रोड़ा न बने इसके लिए ग्राम विकास अधिकारी और ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों को टेबलेट भी वितरित किये गए, जिसके जरिये ही ऑनलाइन पेमेंट किया जायेगा।