रुड़की एआरटीओ कार्यालय में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का छापा

रुड़की-हरिद्वार रोड स्थित एआरटीओ कार्यालय में लगातार भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं।एआरटीओ कार्यालय अधिकारियों से लेकर कर्मचारी तक दलालों के जाल में पूरी तरीके से फंसे हुए हैं।ड्राईविंग लाइसेंस बनवाने के नाम पर एआरटीओ कार्यालय में सक्रिय दलाल मोटी-मोटी रकम लोगों से वसूल रहे हैं।ऐसी ही शिकायत पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की के द्वारा छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया गया जिससे एआरटीओ कार्यालय और दलालों में हड़कंप मचा रहा।
बता दें कि रुड़की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल को कुछ लोगों द्वारा शिकायत की गई कि लाइसेंस ऑनलाइन अप्लाई नहीं हो रहे हैं,जबकि सीधा एजेंट के थ्रू कार्यालय में आवेदन करते हैं तो आवेदन स्वीकार कर लिए जाते हैं।एआरटीओ कार्यालय में तैनात कर्मचारी और दलाल आपसी सांठगांठ से लाइसेंस बनवाने के नाम पर 3 से 5 हज़ार रुपये वसूल रहे हैं।शिकायत का संज्ञान लेते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की नितिका खंडेलवाल के द्वारा छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया गया।ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की के द्वारा एआरटीओ कार्यालय के दस्तावेजों का भी अवलोकन किया गया जिसमें काफी खामियां सामने आयी।जिस पर मौके पर मौजूद अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई गई।
बता दें यह पहला मामला नहीं है,जब रुड़की एआरटीओ कार्यालय में दलालों और एआरटीओ कार्यालय के अधिकारी कर्मचारियों की सांठगांठ से लाइसेंस धारकों को लूटने का काम न किया गया हो लगातार ऐसे मामले सामने आते रहते हैं।लाइसेंस बनवाने के लिए जो लोग एआरटीओ कार्यालय पहुंचते हैं,अगर वह सरकारी कर्मचारियों या दलालों को सुविधा शुल्क नहीं देते हैं या मनमानी फीस नहीं देते हैं तो लगातार लाइसेंस धारकों को चक्कर कटवाने का काम एआरटीओ कार्यालय रुड़की करता है।जिसके बाद लाइसेंस धारक परेशान होकर दलाल के पास जा पहुंचता है,जिसके बाद मोटी रकम लेकर दलाल तुरंत उसका काम कर देता है।