राज्य स्थापना सप्ताह पर प्रदेश सरकार की यादगार शुरुआत या फिर कुछ और ?

प्रदेश सरकार राज्य के 20 वें स्थापना दिवस को इस बार यादगार बनाने जा रही है। स्थापना दिवस के कार्यक्रम आज से ही आरंभ हो रहे हैं। सप्ताह भर चलने वाले ये कार्यक्रम राजधानी देहरादून से लेकर मसूरी, टिहरी, अल्मोड़ा, श्रीनगर में भी आयोजित होंगे।

राज्य के 20 वें स्थापना दिवस के मौके पर होने वाले ये कार्यक्रम उत्तराखंड के सैनिकों, महिलाओं, युवाओं पर केंद्रित होंगे, जिनमें राज्य की लोक, परंपरा और संस्कृति की स्पष्ट झलक दिखाई देगी। इन कार्यक्रमों के जरिये सरकार रिवर्स पलायन का संदेश भी देगी। इन कार्यक्रमों में केंद्रीय मंत्री,अलग-अलग क्षेत्रों में नाम कमाने वाले प्रवासी उत्तराखंडी और अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञ शिरकत करेंगे।सरकार हर साल नौ नवंबर को राज्य स्थापना दिवस मनाती है। लेकिन त्रिवेंद्र सरकार इस बार स्थापना दिवस के जरिये देश भर में निवास कर रहे प्रवासी उत्तराखंडियों को भी रिवर्स पलायन का संदेश देना चाहती है।इसके लिए अलग-अलग विषयों पर सम्मेलनों का आयोजन होने जा रहा है। आयोजनों की शुरुआत आज से टिहरी में ‘आवा अपुण घोर’ (आइये अपने घर) से हो रही है। इसके बाद कल राजधानी देहरादून में प्रदेश सरकार ‘मेरा सैनिक मेरा अभिमान’ कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। छह नवंबर को प्रदेश सरकार श्रीनगर गढ़वाल में महिला सम्मेलन का आयोजन करेंगे। सात नवंबर को अल्मोड़ा में युवाओं पर केंद्रित ‘मेरा युवा मेरी शान’ सम्मेलन का आयोजन होगा। आठ नवंबर को पर्यटन नगरी मसूरी में फिल्मी हस्तियां जुटेंगी। प्रदेश में फिल्म उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए फिल्म कान्क्लेव का आयोजन होगा। नौ नवंबर को प्रदेश सरकार स्थापना दिवस का मुख्य समारोह देहरादून में आयोजित करेगी।

उत्तराखंड की स्थापना जश्न इस बार अलग अंदाज मनाया जाएगा। मंथन, मनन और समर्पण के तीन मूल मंत्रों के साथ उत्तराखंड को विकास की ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए रोड मैप तैयार करने की कोशिश भी इस बार स्थापना दिवस समारोहों के तहत की जाएगी। 

वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने राज्य स्थापना दिवस पर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है,राज्य स्थापना दिवस के मौके पर प्रदेश भर में 1 हफ्ते तक चलने वाले कई कार्यक्रमों को लेकर कांग्रेस ने इसे सरकार की फिजूलखर्ची बताया है, कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया जाना चाहिए ,लेकिन जिस परिपेक्ष में राज्य बना था वह सपने आज भी पूरे नहीं हुए हैं आखिरकार बीजेपी कब वह सपने पूरे करेगी? आज प्रदेश का युवा सड़कों पर है, पूरे प्रदेश के अंदर लोग स्वास्थ्य सेवाओं के बदहाल होने से अपनी जान गवा रहे हैं, ऐसे में इन सब से कोसों दूर सरकार सिर्फ नाच गाने पर ध्यान दे रही है, उत्तराखंड विकास के लिए बनाया गया था लेकिन भाजपा और सरकार का इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं है साथ ही उन्होंने कहा कि गैरसैंण को तो सरकार भूल ही चुकी है कांग्रेस ने गैरसैण बसाया था लेकिन उसके बाद भाजपा ने वहां पर जाना मुनासिब भी नहीं समझा जो कि बिल्कुल गलत है।

भले ही राज्य स्थापना दिवस को इस बार धूमधाम से मनाया जा रहा हो लेकिन जो सवाल कांग्रेस ने खड़े किए है उन्हें भी नज़रंदाज़ नही किया जा सकता,जिस सपने को साकार करने के लिए उत्तराखंड राज्य की स्थापना की गई थी वो सपने आज भी अधर में लटके हैं।