महानवमी की धूम

देशभऱ में नवरात्र के पर्व की धूम है,शारदीय नवरात्रि का आज नौवां दिन है।इसे महानवमी भी कहा जाता है।इस दिन मां सिद्धिदात्री की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है।मां सिद्धिदात्री अपने भक्तों को समस्त प्रकार की सिद्धियां प्रदान करती हैं।इतना ही नहीं,मां सिद्धिदात्री शोक,रोग एवं भय से मुक्ति भी देती हैं।सिद्धियों की प्राप्ति के लिए मनुष्य ही नहीं,देव,गंदर्भ,असुर,ऋषि आदि सभी इनकी पूजा करते हैं।भगवान शिव भी इनके आराधक हैं।माता सिद्धिदात्री के नाम से ही पता चलता है कि वह सभी सिद्धियों को देने वाली हैं।पौराणिक मान्यताओं के अनुसार,ब्रह्माण्ड के प्रारंभ में भगवान रूद्र ने देवी आदि पराशक्ति की आराधना की।ऐसी मान्यता है कि देवी आदि पराशक्ति का कोई स्वरूप नहीं था।शक्ति की सर्वशक्तिमान देवी आदि पराशक्ति सिद्धिदात्री स्वरूप में भगवान शिव के शरीर के बाएं भाग पर प्रकट हुई।देहरादून में आज सुबह से ही माता के मंदिरों में भीड़ देखी जा रही है,लोग घरों में भी कन्या पूजन कर रहे हैं।देहरादून के धर्मपुर में स्थित सनातन धर्म मंदिर में भी लोग बड़ी संख्या में माता की पूजा अर्चना के लिए पहुंच रहे हैं,पूजा के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना है कि हिन्दू धर्म की नवरात्र की मान्यता व आस्था रखते हुए हम हर वर्ष विधि-विधान से माता की पूजा करते हैं,और सभी के घरों में माता से सुख समृद्धि का आशीर्वाद मांगते हैं।नवरात्रि केवल व्रत और उपवास का पर्व नहीं है।यह नारी शक्ति और कन्याओं के सम्मान का भी पर्व है।नवरात्रि के नौ व्रत पूरे हो जानेे के बाद कन्या पूजन और कन्या को भोजन कराने की परंपरा भी है।हालांकि नवरात्रि में हर दिन कन्याओं के पूजा की परंपरा है,लेकिन अष्टमी और नवमी को पूजा जरूर की जाती है।