मंसूरी नही जा पाएंगे कावड़िये

उत्तराखंड में 17 जुलाई से कांवड यात्रा शुरू होने जा रही है. उत्तराखंड पुलिस और प्रशासन के लिए कांवड़ यात्रा एक बड़ी चुनौती होती है|

उत्तराखंड में इस बार कांवड़ यात्रा में 3 करोड़ लोगों के आने का अनुमान है. उत्तराखंड पुलिस बाकी राज्यों के साथ समन्वय बनाने की कोशिश में है, लेकिन पश्चिमी यूपी, हरियाणा से आने वाले कांवड़ियों को काबू में रखना हमेशा चुनौती रहती है. पिछली बार कई जगह कांवड़िये पुलिस से ही भिड़ गए थे इसलिए भी पुलिस सतर्क है| पिछले अनुभवों को देखते हुए देहरादून पुलिस ने कावड़ियों के मसूरी जाने पर रोक लगाई है. एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि मसूरी में कांवड़ियों के प्रवेश को रोकने के लिए पांच प्रवेश द्वार बनाए जा रहे हैं. इनमें सीसीटीवी और लाउडहेलर्स भी लगाए जा रहे हैं|

एसएसपी ने कहा इन प्रवेश द्वारों से कावंड़ियों पर नज़र रखी जाएगी और उन्हें शहर में घुसने से रोका जाएगा. इस दौरान भगवा पहने हुए किसी भी व्यक्ति को शहर में नहीं जाने दिया जाएगा. कांवड़ लेकर आने वाले अगर मसूरी जाना चाहते हैं तो उन्हें कपड़े बदलने होंगे. भगवाधारियों का प्रवेश मसूरी में बंद रहेगा|मसूरी का कावंड़ियों के साथ अनुभव बहुत अच्छा नहीं रहा है. गंगोत्री से जल लाने-ले जाने के नाम पर कावंड़िये मसूरी शहर पहुंच जाते थे और उत्पात मचाते थे. सात-आठ साल पहले पुलिस-प्रशासन ने शहर के लोगों के साथ मिलकर यह फैसला किया था कि कांवड़ियों को मसूरी में नहीं आने दिया जाएगा| अब उत्तरकाशी जाने वाले कांवड़ियों को शहर के बाहर से ही निकाला जाता है, लेकिन फिर भी कुछ शहर में पहुंच ही जाते हैं. अब पुलिस ने तय किया है किसी को भी मसूरी में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. साथ ही एसएसपी ने कहा की शहर में आस्था के नाम पर हुड़दंग मचाने वालो को बक्शा नहीं जायेगा यदि कोई भी व्यक्ति शहर की फिजा बिगड़ने की कोशिश करेगा उस पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी|कांवड़ मेले की सुरक्षा को लेकर रायवाला और ऋषिकेश संवेदनशील तौर पर रहेंगे, पुलिस हरिद्वार ऋषिकेश में विशेष चौकसी बरतेगी| इस बाबत एसएसपी देहरादून निवेदिता कुकरेती ने बताया की कांवड़ मेले को लेकर शहर को 22 सेक्टर और 5 जोन में बांटा गया है साथ ही एसपी ग्रामीण भी पूरे कांवड़ मेले के दौरान वहीं पर डटे रहेंगे|