भारी पड़ी मंत्री की नाराजगी

विभागीय मंत्री की मंजूरी के बगैर आयुष फार्मासिस्टों के तबादले किए जाने की कवायद आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाएं उत्तराखंड प्रभारी निदेशक प्रोफेसर अरुण कुमार त्रिपाठी को भारी पड़ी ।सरकार ने उनसे पदभार हटा गिया है। यह पदभार अस्थाई व्यवस्था के तहत आयुष एवं आयुष शिक्षा अपर सचिव को सौंपा गया है। विभागीय मंत्री हरक सिंह रावत लंबे समय से प्रभारी निदेशक प्रोफेसर त्रिपाठी से खफा चल रहे थे। बीते दिनों उन्होनें मंत्री की जानकारी लाए बगैर ही 25 आयुष फार्मासिस्ट के ट्रांसफर किए थे। मंत्री के अनुमोदन मिलने के बाद आखिरकार प्रोफेसर त्रिपाठी को प्रभारी निदेशक की जिम्मेदारी से हटा दिया गया है। वहीं ऋषिकुल राजकीय आर्युर्वेदिक महाविद्यालय हरिद्वार के प्रचार्य बवे रहेगें।