पालतू हथिनि लक्ष्मी हुई बीमार, साउथ अफ्रीका के पशु चिकित्सक कर रहे है ईलाज ।

रामनगर - हाईकोर्ट के आदेश के बाद रामनगर वन प्रभाग ने सात निजी पालतू हाथियों का जब्तीकरण किया था | जिनको आमडंडा स्थित बनाये गये अस्थायी हाथी खाने में रखा गया है | वही इनमे से कई हाथी बीमार है जिनका उपचार चल रहा है | खासतौर से लक्ष्मी नामक हथिनी पैर के संक्रमण को लेकर काफी लम्बे समय से बीमार चल रही है | जिसका उपचार स्थानीय बैटनरी डॉक्टरों के अलावा पन्तनगर विश्व विद्यालय के विशेषज्ञों का भी लक्ष्मी के उपचार के लिए सहारा लिया गया | लेकिन पूर्ण रूप से सफलता हाथ नहीं लग पायी | यहाँ तक कि पैर में संक्रमण के चलते डॉक्टरों की राय पर हथिनी के पाँवो के जूते भी बनाये गये और उपचार में सावधानियाँ भी बरती गयी परन्तु कुछ हासिल नहीं हो सका | बीमारी के चलते लक्ष्मी बैठ गयी जिसे उठाने और उपचार करने के लिए क्रेन का सहारा भी लिया गया | विभाग ने अब पहली बार साउथ अफ्रीका के पशु चिकित्सक डॉक्टर कोबस सिरोत का सहारा लिया है | विभाग की मानें तो डॉ कोबस सिरोत साउथ अफ्रिका के कुरुगर नेशनल पार्क में जाने माने पशु चिकित्सक रहे हैं | जिनको भारत में बुलाकर उनकी राय और उपचार का सहारा लिया जायेगा| रविवार को डॉक्टर कोबस सिरात ने आमडंडा हाथी खाने पहुँच कर सभी हाथियों का परिक्षण किया और लक्ष्मी नामक हथिनी के उपचार के लिए स्थानीय विभागीय पशुचिकित्सकों को टिप्स भी दिए | डॉक्टर कोबस सिरात की मानें तो लम्बी बीमारी के चलते हथिनी के पाँव में संक्रमण काफी फैल गया है | जिसके लिए मुक्कमल उपचार के साथ -साथ एनर्जिक डायट और पोषण दिए जाने की आवश्यकता है | इसे अपने पाँव पर चलने में समय लगेगा |