नाबालिग बिटिया का अपहरण हुए बीत गये पाँच दिन ! मित्र पुलिस ने नही की अब तक कोई कार्यवाही .

24 जून की रात 11 बजे दो लोग बिना नंबर की बजाज प्लेटिना बाइक से शिकायतकर्ता निवासी वन ग्राम राईखत्ता बरहैनी रेंज कालाढूंगी नैनीताल  के घर आते है और उसकी 13 वर्ष की नाबालिग पुत्री  को जबरन उठा ले जाते है नाबालिग की माँ विरोध करती है लेकिन उसको भी घायल कर जाते है ,प्रत्यक्ष दर्शियो और शिकायतकर्ता के अनुसार अपहरण कर्ता नाबालिग़ बालिका को वन विभाग के गेट तक बाइक पर लेकर गए उसके बाद एक अन्य व्यक्ति जो वन विभाग गेट के आस पास ही रहता है उसकी कार में डालकर बालिका को अन्यंत्र कही भिजवा देते है .शिकायतकर्ता के अनुसार उन्होंने इसकी जानकारी तत्काल 100 नंबर पर और कालादुंगी थाने पर भी दे दी थी लेकिन मित्र पुलिस का रवैया अभी तक असंतोषजनक रहा है .पांच दिन पश्चात भी नाबालिग़ पुत्री का कोई सुराग पुलिस को नहीं मिला या पुलिस कार्यवाही करने से पीछे हट रही है वजह जो भी हो इस बीच नाबालिग़ के साथ अगर कुछ अनहोनी घटना होती है तो अफ़सोस करने के अलावा राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन के पास कुछ बचेगा नहीं .


पुलिस प्रशासन और सरकार के इस ढुलमुल रवैये के कारण ही देवभूमि में आये दिन बलात्कार यौन उत्पीडन अपहरण जैसे जघन्य अपराधो को बढ़ावा मिल रहा है पुलिस की कार्यप्रणाली से अपराधी इतने बेख़ौफ़ होकर घूम रहे है कि जब चाहे वो किसी के भी घर में घुस कर जिसका चाहे अपहरण कर सकते है .स्वय को मित्र पुलिस कहलवाने वाली देवभूमि पुलिस की मित्रता पर लगातार दाग लग रहे है  .


कुछ दिन पूर्व 17 जून को आवाज़ उत्तराखंड द्वारा उधम सिंह नगर रुद्रपुर से एक खबर प्रकाशित की गयी थी जिसमें अपहरण ,बलात्कार ,आदि की भुग्तभोगी पीडिता की सोशल मीडिया पर न्याय की गुहार  पर खबर प्रकाशित की गयी थी अभी तक मामला सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो चुका है जिसमें ऑडियो से लेकर विडिओ तक के साक्ष्य सोशल मीडिया पर वायरल हो चुके है लेकिन अभी तक पुलिस के द्वारा कोई भी कदम नहीं उठाया गया है और जब इस बाबत पुलिस से पूछा जाता है तो एक ही जवाब मिलता है  कि जब तक ऍफ़ आई आर नहीं होगी तब तक पुलिस कार्यवाही कैसे कर सकती है ?  चूँकि आरोपी रुद्रपुर का एक रसूख वाला व्यक्ति है जिसके उधम सिंह नगर में कार के कई बड़े शोरूम है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी कि हो सकता है पुलिस पर राजनैतिक दबाव भी हो .


उत्तराखंड में दिनों दिन बढ़ते अपराध और अपराधियों के प्रति पुलिस का रवैया कही न कही शासन और प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े करता है अगर यही हाल रहा तो प्रदेश की कानून व्यवस्था का भगवान ही मालिक है.