देखिए- ये त्रेता युग नहीं कलयुग है।

 मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम और संकट मोचन हनुमान का नाम तो आपने अक्सर सुना ही होगा। लेकिन आज संकट मोचन हनुमान और राम को धरने पर बैठना पड़ा।कलयुग के हनुमान लंबे समय से हो रही रामलीला के मंचन में रोल नही मिलने से नाराज़ हो कर  धरने पर बैठने को मजबूर होना पड़ा। जब कलयुग के राम और हनुमान धरने पर बैठे तब देखने वालों का तांता लग गया।उधम सिंह नगर के क़िलाखेड़ा में पिछले दिनों से रामलीला भूमि विवाद चल रहा है। जिसको लेकर प्रशासन और स्थानीय लोगो के बीच तनाव की स्थति बनी हुई है। जिसको लेकर क़िलाखेड़ा के नगर पंचायत गेट पर कलयुग के हनुमान और राम को धरने पर बैठने पर मजबूर होना पड़ा है। धरने पर रामलीला कमेटी क़िलाखेड़ा के अध्यक्ष कल देर रात्री से भूंख हड़ताल पर बैठ गए जिसको लेकर ये खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गई।  इस धरने को मुस्लिम समाज के लोगो का भी समर्थन मिला है। तो वहीं इसी गांव में रामलीला में  हनुमान  और  राम  का रोल करने बाले युवक भी इस धरने पर बैठ गए। दोनों ने श्री राम और हनुमान के रूप धारण  कर धरने पर बैठ गए है।आपको बता दें कि पिछले 50 साल से क़िलाखेड़ा में रामलीला मंचन किया जा रहा है। लेकिन इस पांच दशक पुरानी  रामलीला के पास अपनी निजी जगह नहीं होने के कारण किसी ना किसी प्राइवेट स्थान पर रामलीला करते रहें थे। इस वर्ष कहीं भी जगह का इंतजाम नहीं हुआ और रामलीला मंचन बंद होने की कगार पर आ गया। हालांकि प्रशासन से कई बार मांग की इसके  बावजूद इसके बाजार में हमें 10 दिन के लिए रामलीला मंचन की अनुमति प्रदान करने की मांग पर किसी ने ध्यान नहीं दिया । जिस वजह से रामलीला के तय समय पर शुरू नहीं हो पाई। हर तरफ से परेशान होकर रामलीला कमेटी में हिंदू समाज के लोगो को मजबूरन भूख हड़ताल पर बैठने पर मजबूर होना पड़ा है।