गढ़वाल विश्वविद्यालय को मिला नया कुलपति

आखिर डेढ़ वर्षो के इंतजार के बाद गढ़वाल विश्वविद्यालय को स्थाई कुलपति मिल गया है। प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल गढ़वाल विश्वविद्यालय की स्थाई कुलपति बन गई है। उन्होंने मानव संसाधन विकास मंत्रालय में विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद के सदस्यों के मौजूदगी में आज कार्यभार ग्रहण कर लिया है। प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल विगत डेढ़ वर्षो से कार्यवाहक कुलपति के तौर पर तैनात थी प्रोपेसर नौटियाल केंद्र विश्वविद्यालय की पहली महिला कुलपति व गढ़वाल विश्वविद्यालय की तीसरी महिला कुलपति हैं इससे पहले श्रीमती एस डोभाल और डॉक्टर सुधारानी पांडे गढ़वाल विश्वविद्यालय में कुलपति रह चुके हैं।प्रोफ़ेसर नौटियाल इससे पूर्वगढ़वाल विश्वविद्यालय मैं विभिन्न पदों पर तैनात रह चुकी हैं।गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर जेएल कॉल को केंद्र सरकार ने वर्ष 2017 में पद मुक्त कर दिया था तब से गढ़वाल विश्वविद्यालय में वरिष्ठ प्रोफेसर अस्थाई कुलपति के तौर पर तैनात थे प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल से पूर्व में प्रोफेसर एबी भट्ट भी अस्थाई कुलपति के तौर पर सेवाएं दे चुके हैं।गढ़वाल विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ एके झा ने प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल की कुलपति पद पर स्थाई नियुक्ति होने की पुष्टि की है। डॉ एके झा इस समय प्रोफेसर नौटियाल के साथ दिल्ली में मौजूद है।इस तरह से प्रोफेसर अन्नपूर्णा नौटियाल के नाम पर सबसे लंबे समय तक भी कुलपति रहने का भी रिकॉर्ड दर्ज हो जाएगा।