क्या उत्तराखंड आंदोलनकारियों के सपने साकार हुए हैं

उत्तराखंड आंदोलन के दौरान उत्तराखंड राज्य की मांग को लेकर दिल्ली कूच के दौरान मुजफ्फरनगर में आंदोलनकारियों पर पुलिस के द्धारा गोली चलाएं जाने के साथ आंदोलन में शामिल महिलाओं के साथ बलात्कार भी किया गया था, जिसे मुजफ्फरनगर कांड के जाना जाता है,मुजफ्फरनगर कांड के आज 25 साल पूरे हो गए है,मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुजफ्फरनगर पहुंचकर रामपुर तिराहा पर शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि जो कृत्य 1 अक्टूबर की रात्रि को हुआ उसके पीछे क्या मकसद था उसमें वह आज नहीं जाना चाहते है लेकिन उत्तराखंड राज्य की मांग को लेकर जो बलिदान शहीदों ने दिया उसके लिए वह शहीदों को नमन करते है।साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सपने शहीदों ने देखे थे उस सपने को उनकी सरकार साकार कर रही है। लेकिन क्या जो उत्तराखंड बनने के लिए आदोंलनकारियों ने अपने प्राण गवांए थे। जिन महिलाओं ने अपना सब कुछ लुटा दिया था। क्या उनका सपना पूरा हो पाया है। क्या उत्तराखंड में वाकई विकास हो पाया है। आज पहाड़ों में लगातार पलायन जारी है, लेकिन क्या ओछी राजनीति का शिकार हुआ है उत्तराखंड राज्य। इन सारे सवालों का आज भी कोई जवाब नहीं है।