ऐ भाई! ज़रा देखकर ।दीवाली की सौगात मिली है नैनीताल को।

दीवाली का त्यौहार आते ही लोग अपने घरों की साफ सफाई करने लगते हैं, अपना घर तो लोग चमका देते हैं पर गंदगी का अंबार सड़को पर फैला कर अपने दूसरे घर यानी अपने ही शहर को गंदा कर देते हैं।ऐसा ही कुछ इन दिनों नैनीताल में भी देखने को मिल रहा है।एक वक्त ऐसा भी था जब नैनीताल साफ सफाई के लिए ही जाना जाता था, पर आज के हालात देख कर लग रहा है कि लोग कितने ज़्यादा संवेदनहीन हो चुके हैं, सरोवर नगरी के ज़्यादातर वार्ड कुड़े के ढेर से पटे पड़े हैं।बदबू के मारे इतना बुरा हाल है कि आते जाते आप बिना मुह ढके इन रास्तों से गुज़र नही सकते।



कुड़े के अम्बारो का दोष एक दूसरे पर डालते रहना यहाँ वार्ड मेंबर्स की, प्रशासन की,आदत सी बन गयी है।बाज़ारो में भी पिछले दो दिनों से झाड़ू तक नही लगी है हालांकि रोज़ सुबह आपके कानो में कुड़े वाली गाड़ी है तू कचरा निकाल गाना ज़रूर सुनाई दे रहा होगा पर सड़को की क्या हालत है और सड़कों के किनारे रखे कुड़े के बड़े कंटेनरों से किस तरह कूड़ा बाहर झांक कर स्वार्थी लोगो की दास्तां बयाँ कर रहा है ये आप तस्वीरों में खुद देख सकते हैं।

इन दिनों ठंड का मौसम है और दीवाली का अवकाश भी ऐसे में पर्यटको का रुझान नैनीताल की ओर ज़्यादा हो जाता है,पर यहाँ के नजारे इन दिनों कुछ ऐसे है कि पर्यटक भी क्या संदेश लेकर अपने घर वापस जाएंगे इसकी भी चिंता रत्ती भर किसी को नही है।