उत्तराखंड योग का द्वार, लेकिन योग प्रशिक्षित आज भी रोजगार के लिए दर - दर भटक रहे।

अखिल भारतीय योग संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद रामनगर पहुंचे मनोज रावत का योग प्रशिक्षितों ने भव्य स्वागत किया और समारोह में योग प्रशिक्षित शामिल हुए।वहीं नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रावत ने कहा कि विद्यालयों में 1से लेकर 12वीं कक्षाओं तक योग शिक्षा को सरकार ने लागू करना चाहिए।उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में भी बी.ए. एम. ए. में भी पाठ्यक्रम आना चाहिए।उत्तराखंड के प्रत्येक विश्वविद्यालयों में योग की डिग्री, डिप्लोमा कोर्स, पीएचडी चल रहा है।लेकिन पूरे प्रदेश में 30,000 से अधिक योग प्रशिक्षित सड़कों में रोजगार के लिए जगह-जगह भटक रहे हैं ।प्रदेश की सरकार रोजगार के लिए कोई भी सख्त कदम नहीं उठा रही है।उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत के प्रधानमंत्री योग को विश्व स्तर तक फैला रहे हैं और प्रचार प्रसार कर रहे हैं।विश्व के 197 देशों ने योग के लिये सहमति दे रखी है,और 21 जून को योग दिवस मनाने का ऐतिहासिक फैसला लिया ।लेकिन योग हमारे देश की अनुपम विधा है और हमारा उत्तराखंड योग व आयुर्वेद का प्रवेश द्वार है।जहां ऋषि-मुनियों ने अपना तप किया,परंतु योग का उत्तम प्रशिक्षण प्राप्त किए योग प्रशिक्षित आज भी रोजगार के लिए मानसिक रूप से आहत हैं।इस दौरान स्वागत समारोह में आनंद सिंह, जानकी जोशी, रितेश टम्टा, विकास चंदोला गुलशन कुमार, रोशन लाल, बी एस धोनी, आशीष चंदोला,जीवन प्रसाद, विमला फुलेरिया,राज कमल सागर आदि अन्य योग प्रशिक्षित कार्यक्रम में मौजूद रहे ।