उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं कैसी है इसकी पोल खुद उत्तराखंड की कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य चिल्ला चिल्ला कर खोल रही है। जी हाँ! अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र की सोमेश्वर विधानसभा आरक्षित सीट से धामी सरकार में दोबारा कैबिनेट मंत्री बनी रेखाआर्य का शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित मैक्स अस्पताल में पेट की रसौली का सफलतापूर्वक ऑपरेशन हुआ। रेखा आर्य ने उत्तराखंड के किसी भी हॉस्पिटल में अपना इलाज न करवा कर उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की चरमराई स्थिति खुद ही बयां कर दी। बीजेपी सरकार कितना भी दावा कर ले कि उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त है लेकिन हकीकत तो यही है कि आमजन बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के लिए यहां वहां केवल ठोकरें ही खाता है और लाखों की कमाई करने वाले नेताओं को हल्की सी छींक भी आ जाये तो इलाज के लिए महानगरों के बड़े बड़े हॉस्पिटल जाते हैं,वो भी ट्रेन से नही बल्कि फ़्लाइट पकड़ कर।
उत्तराखंड की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर खुद नेताओ को,सत्ताधारी दल के मंत्रियों को ही भरोसा नही है तो आम जनता किस भरोसे यहां के अस्पतालों में अपना इलाज करवाती होगी ये कहने की बात ही नही है। उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य को रसौली का ऑपरेशन करवाना था क्या उत्तराखंड के किसी भी अस्पताल में रसौली का ऑपरेशन नही हो सकता था? अगर इसका जवाब नही है तो सरकार बताए कि स्वास्थ्य विभाग को दुरुस्त करने के लिए औऱ उत्तराखंड में अस्पतालों की स्थिति ठीक करने के लिए जो करोड़ो रूपये बजट में आते है वो कहाँ खर्च किये जा रहे है?