इसलिए जरूरी है सत्यापनः बठिंडा आर्मी कैंट में जासूसी कर रहा था उत्तराखण्ड निवासी टेलर रकीब! पाकिस्तान को भेज रहा था गोपनीय जानकारी, मिलिट्री इंटेलिजेंस ने पकड़ा

That's why verification is necessary: ​​Uttarakhand resident tailor Raqib was spying in Bathinda Army Cantt! He was sending confidential information to Pakistan, Military Intelligence caught him

देहरादून/रुद्रपुर। आखिर सत्यापन क्यों जरूरी है? सत्यापन के लिए इतने दस्तावेज क्यों जरूरी है? इसका जवाब आपको इस खबर में जरूर मिलेगा। देश की सुरक्षा के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता। इसके लिए हर राज्य में सत्यापन जरूरी है क्योंकि देश के अंदर छिपे बैठे पाकिस्तान प्रेमी कब भारत की सुरक्षा को खतरे में डाल दें, ये आप भी पता नहीं लगा पाएंगे। आपके ही बीच रह रहा कोई पाकिस्तानी जासूस हो सकता है, इसका एक उदाहरण पंजाब के बठिंडा से सामने आया है, यहां मूल रूप से उत्तराखण्ड के हरिद्वार निवासी रकीब पुत्र इकबाल को मिलिट्री इंटेलिजेंस ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि रकीब पाकिस्तान के लिए काम कर रहा था और वह बठिंडा कैंट क्षेत्र में टेलरिंग का काम करता है। 

आरोपी को थाना कैंट पुलिस ने सैन्य छावनी की जासूसी करने और सेना से जुड़ी जानकारियां पाकिस्तानी इंटेलिजेंस आप्रेटिव के नंबरों पर भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान रकीब पुत्र इकबाल निवासी गांव दुसनी हरिद्वार (उत्तराखंड) के तौर पर हुई। आरोपी पिछले कुछ सालों से बठिंडा सैन्य छावनी के अंदर टेलर का काम करता था। सेना और पुलिस ने आरोपी के कब्जे से दो मोबाइल फोन बरामद करके फोरेसिंक जांच के लिए भेज दिए हैं। उसके मोबाइल फोन से संदिग्ध सैन्य दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।

बताया जाता है कि रकीब ने बठिंडा कैंट क्षेत्र में ही टेलर की दुकान खोली थी। वह सेना से जुड़ी जानकारियां निकालकर किसी संदिग्ध व्यक्ति को भेज रहा था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक आरोपी रकीब पर मिलिट्री इंटेलिजेंस को पहले से शक था। इस शक के अधार पर उसके ऊपर नजर भी रखी जा रही थी। इस दौरान शक की पुष्टि होने पर मंगलवार को उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और बाद में कैंट थाना पुलिस को सौंप दिया गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ ऑफिसियल सिक्रेट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। आरोपी से यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि वह किस व्यक्ति को सेना की जानकारी भेज रहा था।

बता दें कि हाल ही में पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी। भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर के बाद तनाव और ज्यादा बढ़ गया था, हांलाकि बाद में सीजफायर होने के बाद अब स्थिति सामान्य है, लेकिन इस बीच खुफिया तंत्र और सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट मोड पर हैं। यही नहीं कई राज्यों में सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। उत्तराखण्ड में भी युद्ध स्तर पर सत्यापन अभियान चल रहा है। 

फोन में मिली आपत्तिजनक सामग्री
पुलिस के मुताबिक आरोपी का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है, उसके फोन में फोटो, वीडियो और दस्तावेज समेत कई आपत्तिजनक सामग्री मिली है। ऐसे में उसके मोबाइल फोन को डेटा रिकवरी के लिए फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। पुलिस के मुताबिक फोरेंसिक रिपोर्ट में साफ हो जाएगा कि आरोपी किन लोगों के संपर्क में था और किसके इशारे पर कैंट क्षेत्र में जासूसी कर रहा था।