Omicron: कहाँ से आया ये शब्द,क्यो रखा गया ये नाम? अब तक कितनी बार हो चुका है omicron का म्यूटेंट?क्यो वैक्सीन भी नही है कारगर? क्या है नये वेरियेंट Omicron के लक्षण? हर बात की पूरी जानकारी खबर के लिंक में
कोरोना वायरस के नए रूप omicron ने एक बार फिर पूरी दुनिया में दहशत फैला दी है। नया कोरोना वेरियेंट के बारे में विशेषज्ञ बताते हैँ कि ये बेहद ही घातक है इस पर मोनोक्लोनल एंटीबॉडीज थेरेपी का भी कोई असर नही होता,यानी आप ये मानकर चलो कि वैक्सीन भी omicron पर बेअसर साबित हो सकती है।
omicron कोरोना वायरस का नया नाम किस तरह रखा गया आईये आपको बताते हैँ।
omicron ग्रिक अक्षरों में पंद्रहवें नंबर पर आता है और कोरोना के 12 वेरियेंट फिलहाल मौजूद हैँ। omicron 13 वां वेरियेंट है। ग्रिक भाषा में मू(MU) वेरियेंट के बाद 13वे नंबर पर नू(NU) या 14वे नंबर पर शी (XI) नाम दिया जाना चाहिए था, लेकिन डब्ल्यूएचओ ने साउथ अफ्रीका से आये नए वेरियेंट का नाम 15 वे ग्रिक अक्षर omicron पर रखा । इस पर कई देशो ने सवाल भी खड़े किये कि बीच के दो अक्षरों को छोड़कर ये नाम क्यो रखा गया तो डब्ल्यूएचओ ने इस पर कहा कि कि कोरोना के 12 वेरियेंट मौजूद हैँ जो ग्रिक के अक्षरों पर बने है,अल्फा,गामा,डेल्टा,एपसिलोन,जेटा, एटा,थेटा,आयोटा,कप्पा,लैम्बडा,और मू,लेकिन इसके बाद के दो अक्षरों नू(Nu), और शी ( XI) को छोड़कर omicron को चुना गया, नू(Nu), शी ( XI) दोनो बेहद कॉमन अक्षर हैँ कई देशो मे इसका प्रयोग नाम के आगे और पीछे भी होता है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा कि शी का प्रयोग इसीलिए नही किया गया क्योंकि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के नाम मे शी आता है और डब्ल्यूएचओ का नियम है कि वायरस का नाम किसी भी व्यक्ति संस्था संस्कृति समाज धर्म या व्यवसाय के नाम पर नही रखा जाता ताकि किसी की भावना आहत न हो। नू(Nu), इंग्लिश के न्यू जैसा है लोग इससे कन्फ्यूज भी हो सकते हैँ इसीलिये ये नाम नही रखा गया। इस नए वेरियेंट का अभी कोई भौगोलिक नाम नही रखा गया जैसे स्पेनीश फ़्लू,जीका और इबोला वायरस इत्यादि।
आपको बता दें कि omicron तीस बार म्यूटेंट हो चुका है,इतनी बार किसी वायरस का म्यूटेंट पहली बार देखा गया है, इसीलिए ये वैक्सीन को भी धोखा दे सकता है। इसके जेनेटिक बदलाव इसे ज़्यादा घातक बनाते हैँ। विशेषज्ञ बताते हैँ कि कोविड 19 पर वैक्सीन एक चमत्कार मानी गयी डेल्टा पल्स वेरियेंट मे भी वैक्सीन कारगर साबित हुई लेकिन omicron मे वैक्सीन का प्रभाव नही पड़ेगा।
आईये अब omicron के लक्षण भी जान लेते हैँ।
साउथ अफ्रीका मे जिस व्यक्ति मे सबसे पहले omicron की पहचान हुई थी उसके डॉ ने बताया था कि संकर्मित व्यक्ति तीस वर्ष का है उसे बहुत ज़्यादा थकान महसूस होती थी, उसके सर मे हल्का दर्द और पूरे शरीर मे तेज़ दर्द की शिकायत रहती थी। इसके अलावा उसने गले मे छिलने जैसी शिकायत की थी,उसे न तो खांसी थी न उसका स्वाद और गंध खत्म हुई थी। यहाँ तक कि उसमे कोरोना जैसे कोई भी लक्षण नही दिखाई दिये। दुर्भाग्य वश उसका परिवार omicron के चपेट मे आ गया था किसी भी सदस्य को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नही थी।
omicron को लेकर दुनियाभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है ,अमेरिका सरकार में शीर्ष इन्फेक्सियस डिसीज एकस्पर्ट डॉ एंथोनी फाउची ने कहा कि अमेरिका में भी अगर omicron के केस देखने को मिल जाएँ तो कोई हैरानी की बात नही होगी क्योंकि दुनियाभर में ये तेज़ी से फैल रहा है।