एनयूजेआई प्रांतीय सम्मेलन-पत्रकारों पर टिकी है डेमोक्रेसी,अखबारों में नाम छपना ही कभी होती थी हमारी बड़ी उपलब्धि, पत्रकारों की मांगों पर किया जाएगा विचार विमर्श-सीएम पुष्करसिंह धामी

NUJI Provincial Conference - Democracy rests on journalists, it was always our big achievement to print names in newspapers, the demands of journalists will be discussed - CM Pushkar Singh Dhami

नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) उत्तराखंड का प्रांतीय सम्मेलन आज 15 मई,रविवार को डॉ रतन सिंह आडिटोरियम वैटनरी कालेज, गोविंद वल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय पंतनगर, ऊधम सिंह नगर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मौजूद रहे।  कार्यक्रम की अध्यक्षता एनयूजेआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने की।

कार्यक्रम में सीएम धामी ने पत्रकारिता को लोकतंत्र का सबसे मजबूत स्तम्भ बताया और कहा कि मैं प्रेस मीडिया, टेक्नोलॉजी,सोशल मीडिया सभी का देवभूमि उत्तराखंड का मुख्य सेवक होने के नाते अभिनन्दन करता हूँ। जब पत्रकारिता को चौथा स्तंभ कहा गया तब इसीलिए कहा गया कि यहां विधायिका,न्यायपालिका, कार्यपालिका है और चौथे स्तंभ के रूप में पत्रकारिता समन्वय का काम करेगी। उन्होंने कहा ये एक रेग्युलर कुर्सी की तरह है अगर इसके चारों पाए सही नही होंगे तो कुर्सी टिकेगी नही। न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका के संतुलन का काम पत्रकारिता करती है। उन्होंने कहा कि इस संतुलन को बनाये रखने का काम आप पर टिका हुआ है क्योंकि डेमोक्रेसी पत्रकारों पर  ही टिकी हुई है।


उन्होंने ये भी कहा कि कई बार मुँह से अभिव्यक्ति कुछ और हो जाती है और छप कुछ और जाता है अर्थ का अनर्थ हो जाता तो पत्रकारिता में पारदर्शिता होनी चाहिये। पत्रकारिता आम आदमी से जुड़ी होनी चाहिए आम आदमी के सरोकारों से जुड़ी होनी चाहिए और मुझे खुशी है कि हमारे राज्य में ऐसी पत्रकारिता बहुत अच्छे से चल रही है।


उन्होंने कहा कि चाहे जिला स्तरीय पत्रकारिता हो या प्रांतीय या राष्ट्रीय स्तर की, मुझे आप सब का भरपूर समर्थन मिला है। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत को याद करते हुए कहा कि जब मैं कार्यकर्ता था और राजनीतिक जीवन की शुरुआत लखनऊ विश्वविद्यालय से की थी,तब कहीं नाम भी छप जाता था तो हमारी यही बहुत बड़ी उपलब्धि होती थी। उन्होंने कहा हमारे घर अखबार नही आता था तो चाय की दुकान में जब अखबार को सौ लोग पढ़ लेते थे तब हम भी जाकर उस अखबार को पूरा पढ़ते थे। ये कहने में संकोच नही कि जानकारियां अखबार से ही मिलती थी। देश विदेश रूस, सोवियत संघ, सम्पादकीय पेज की खबरें ,सब कुछ एक एक पन्ना पलटकर ध्यान से अखबार पढ़ता था,और दो दो घण्टे तक अखबार ही पढ़ते रहते थे। 


उन्होंने कहा पत्रकार मुख्य सेतु है जो शासन को आमजन से जोड़ने का काम करते है। उन्होंने कहा कल हमने बजट पर बात की थी,एक हॉल में जहाँ सौ लोगो के बैठने की ही जगह थी, वहां हमने उत्तराखंड के आम बजट की बात की और रातों रात वो खबर लाखो लोगो तक पहुंचाने का काम मीडिया ने किया। उन्होंने कहा कि पत्रकारों की 11 सूत्रीय मांगों का पत्र आज मिला है अगर ये पहले मिलता तो हम इस पर विचार विमर्श करते,इन मांगों के इस पत्र को अपने साथ ले जा रहा हूँ जो भी अच्छे से अच्छा होगा वो किया जाएगा।


उन्होंने आगे कहा कि आप पत्रकारों के माध्यम से कहना चाहता हूँ कि हम उत्तराखंड देवभूमि के अंदर यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करेंगे। इसके लिए उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जा रहा है। जिसमे विधिक विशेषज्ञ सहित तमाम लोग शामिल होंगे,जो एक ड्राफ्ट तैयार करेगी और वो ड्राफ्ट पूरे उत्तराखंड में लागू होगा।यहां ऑल वेदर रोड भी जल्द बनेगी। कैंची धाम में अच्छी पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी क्योंकि वहाँ लाखों लोग दर्शन के लिए जाते है। मेरी इच्छा है कि उत्तराखंड में एक पायलट पार्किंग प्रोजेक्ट बने,इस पर भी हम काम कर रहे हैं। 


चारधाम यात्रा को लेकर सीएम ने कहा कि मीडिया में खबर आई कि चारधाम यात्रा के दौरान 21 यात्रियों की मौत हो गयी ये खबर पूरे देश मे फैल गयी इससे पता चलता है कि मीडिया कितनी महत्वपूर्ण है। इनमें से कोई भी मौत यात्रा की व्यवस्थाओं से नही हुई थी बल्कि ऊंचाई में सीधे जाने से जब सांस की दिक्कत हुई तब हुई। अगर व्यवस्थाओं में कोई कमी है उन्हें दूर किया जा रहा है। इसमें हमें मीडिया का भी सहयोग चाहिए।