पाकिस्तान में नए युग का हुआ सूत्रपात! सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज बनी आएशा मलिक,रूढ़िवादी देश मे महिला को ये मुक़ाम मिलना किसी चमत्कार से कम नहीं
पाकिस्तान जैसे कट्टर मुस्लिम देश में एक महिला का सुप्रीम कोर्ट में जज बन जाना अपने आप में किसी चमत्कार से कम नहीं है,रूढ़िवादी मुस्लिम देश मे एक नया न्याययिक इतिहास में महिला जज के साथ नए युग का सूत्रपात हो गया है। 55 वर्षीय
आयशा मलिक ने अपनी मेहनत, लगन और ईमानदारी से इस चमत्कार को अंजाम दिया है जो पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज बनी है।
लाहौर उच्च न्यायालय की न्यायमूर्ति आयशा मलिक पाकिस्तान सर्वोच्च न्यायालय की पहली महिला न्यायाधीश होंगी। पाकिस्तान जैसे रूढ़िवादी मुस्लिम देश के न्यायिक इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण क्षण है।कानून मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी अधिसूचना के अनुसार, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने न्यायमूर्ति मलिक की पदोन्नति को मंजूरी दे दी है और उनके पद की शपथ लेते ही उनकी नियुक्ति प्रभावी हो जाएगी। सर्वोच्च न्यायपालिका की नियुक्ति से संबंधित द्विदलीय संसदीय समिति द्वारा 55-वर्षीया न्यायाधीश की पदोन्नति को मंजूरी दिये जाने के दो दिन बाद यह ऐतिहासिक क्षण आया।