नैनीतालः सावधान! बड़ा बाजार मल्लीताल में आधारकार्ड फर्जीवाड़ा आया सामने! हिंदू परिवार के एड्रेस पर मुस्लिम ने बनवा लिया अपना आधारकार्ड, सवाल- आखिर क्यों?

Nainital: Be careful! Aadhar card fraud came to light in Bara Bazar Mallital! A Muslim got his Aadhar card made on the address of a Hindu family, question- why?

आजकल हर काम के लिए आधार कार्ड अनिवार्य हो गया है. सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने, नौकरी के लिए आवेदन करने, स्कूल और कॉलेज में एडमिशन लेने जैसी हर काम के लिए आधार कार्ड की जरूरत पड़ती है. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा जारी किए गए आधार कार्ड में बायोमेट्रिक और डेमोग्राफिक जानकारी होती है. इसलिए घर किराए पर देने वाले, मकान मालिक जमीन की रजिस्ट्री के दौरान आधार कार्ड मांगते हैं.


आज के समय जब एक आधार कार्ड के कई फेक कार्ड भी देखने को मिल रहे हैं जिससे ये पता लगाना बहुत मुश्किल हो जाता है की कौन सा असली है और कौन सा नकली। ऐसे मामले तो अक्सर सामने आते ही रहते हैं लेकिन नैनीताल में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां किसी और के एड्रेस पर किसी और ने अपना आधार कार्ड बनवा लिया है और उस आधार कार्ड का इस्तेमाल तमाम जगह किया भी जा रहा है हैरानी तो इस बात की है जिस एड्रेस पर किसी और ने आधार कार्ड बनवाया है उस एड्रेस पर रहने वाले को पता तक नहीं था। जी हां नैनीताल में एक ऐसा आधार कार्ड सामने आया है एक मुस्लिम व्यक्ति के नाम पर बना है जिसमें एड्रेस मकान नंबर 21 बड़ा बाजार मल्लीताल नैनीताल दिया हुआ है।

इस एड्रेस पर जब आवाज की टीम पहुंची तो पता चला कि यहां बरसो से शंकर स्टोर वाले मुकुल जोशी और उनका परिवार रहता है,पूछने पर उन्होंने बताया कि यहां हमारे मकान में कोई भी मुस्लिम नहीं रहता है,ऐसे कैसे कोई हमारे मकान के पते पर अपना आधार कार्ड बनवा सकता है। इसी मकान में बड़ा बाजार की ओर अमित साह का परिवार रहता है और वही बड़ा बाजार मल्लीताल की तरफ से इसके मकान मालिक भी है।

वही इसी एड्रेस पर बड़ा बाजार मल्लीताल की साइड पर निवास कर रहे मकान मालिक अमित साह ने इस मामले में उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर लिखा है कि हमारी पिछले 60 वर्षों से पैतृक संपति चली आ रही है हमने कभी किसी को किराए पर नहीं दी ,शुभचिंतकों द्वारा एक आधारकार्ड दिखाया गया जिसने हमारा पता अंकित है जबकि मैं और परिवार का कोई भी सदस्य आधारकार्ड में लिखे नाम अब्दुल अलीम खान को नहीं जानते।

उन्होंने उपजिलाधिकारी को शिकायती पत्र देकर कहा है कि इस मामले की जांच की जाए ताकि इस आधारकार्ड का हमारे पते के साथ कोई दुरुपयोग न कर सके।

इस मामले में इसी पते पर वृंदा गारमेंट्स की शॉप चलाने वाले अतुल साह ने कहा कि विशेष वर्ग के व्यक्ति द्वारा ऐसी चालबाजी सुनियोजित है और  यहां की डेमोग्राफी को बदलने के लिए एक प्रहार है,इस मामले में पुलिस,डीएम,और कमिश्नर को संज्ञान लेते हुए ठोस कार्रवाई करनी चाहिए ।

 

वही अब्दुल अलीम खान के नाम के पत्र इत्यादि भी इस एड्रेस से वापस लौट जाती है। बड़ा सवाल है कि अगर इस पते पर अब्दुल अलीम खान नाम का कोई व्यक्ति रहता ही नहीं है और न ही कभी अमित साह या मुकुल जोशी ने इस मकान पर इस नाम के किसी व्यक्ति को किराए पर कमरा या दुकान दी तो आखिर अब्दुल अलीम खान ने इस पते पर अपना आधारकार्ड कब कैसे और क्यों बनवाया? क्या आधार कार्ड बिना सत्यापन के आसानी से बनाया जा सकता है? हाल ही में रुड़की जिला हरिद्वार से एक पाकिस्तानी जासूस को पुलिस ने सेना के अधिकारियों की सूचना पर गिरफ्तार किया है। रकीब पुत्र इकबाल ग्राम दुसनी जिला हरिद्वार लंबे समय से बठिंडा सैन्य छावनी में सेना के दर्जी के रूप में काम किया करता था। और वहां से सेना से जुड़ी जानकारी दुश्मनों तक पहुंचा रहा था। ऐसे हालातों में नैनीताल में अमित साह और मुकुल जोशी के मकान के पते पर अब्दुल अलीम खान का आधार कार्ड का बनना किसी बड़ी साजिश का अंदेशा तो नहीं?

ऐसे फर्जी आधार कार्ड के और न जाने कितने मामले नैनीताल में होंगे  जिनकी जांच आवश्यक है। क्योंकि हमारे समाज में ऐसे लोग भी हैं जो न सिर्फ किसी दूसरे के एड्रेस को बल्कि किसी दूसरे का आईडी कार्ड भी कंप्यूटर के माध्यम से एडिट करके उसकी फेक कॉपी बना कर उसका अनुचित उपयोग करते हैं। उसी आईडी पर फर्जी सिम लेकर किसी अपराध को अंजाम देते हैं और फिर गायब हो जाते हैं। इसमें वो इंसान फंसता है जिसका वो असली कार्ड होता है। फर्जी आधार कार्ड बनाकर अपनी आईडी दिखाकर किसी के साथ भी कुछ गलत करते हैं।