मुनस्यारी ब्रेकिंग:पहाड़ी से गिरकर घायल हुए धामी शाम तक रेस्क्यू नही हो पाया लस्पा हेलीपेड पर इलाज के लिए अब भी कर रहे है इंतजार
उत्तराखंड के दुर्गम इलाकों में विपरीत परिस्थितियों के लिए की जाने वाली तैयारियों को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं। पिथौरागढ़ इस समय भारी बारिश की मार झेल रहा है। मुनस्यारी और धारचूला में लगातार हो रही बारिश की वजह से कई जगह भूस्खलन हुआ है। जगह-जगह सड़कों के टूटने से कई इलाकों का संपर्क कटा हुआ है,कई गांवों में तबाही हुई है ।
वही शनिवार 4 सितंबर को पिथौरागढ़ के मुनस्यारी के मिलन-जोहार घाटी के लस्पा गांव में मोहन सिंह धामी नाम का एक व्यक्ति आज सुबह लगभज 11 बजे पहाड़ी से गिरने से गम्भीर रूप से घायल हो गया। जिसके बाद आनन फानन में स्थानीय प्रशासन को सूचना दी गयी जिस पर उपजिलाधिकारी धारचूला ने तुरंत हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू करने का आश्वासन दिया लेकिन शाम बीतने के बाद भी पीड़ित का रेस्क्यू नही हो सका ।
मोहन सिंह धामी एक घोड़ा चालक है जो बंगापानी में रहता है स्थानियों का आरोप है कि एसडीएम धारचूला से जब इस बाबत बात की गई तो उन्होंने बताया कि ने मरीज़ को हेलीकॉप्टर से पिथौरागढ़ ले जाया गया है लेकिन मरीज़ शाम होने तक लस्पा हेलीपेड में घायल अवस्था में पड़ा हुआ था अब प्रशासन खराब मौसम की दुहाई दे रहा है । स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के चलते मोहन सिंह को रेस्क्यू नही किया जा सका वरन कुछ उम्मीद रास्ते से पहुंचने की भी थी जिसे हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू करने के नाम पर उल्टा 4 किलोमीटर ऊपर पहुंचा दिया गया जहां से अगर वापस आये तो कम से कम दो दिनों का वक़्त लगेगा अब बताया जा रहा है कि रविवार सुबह मोहन सिंह को हेलीकॉप्टर के माध्यम से पिथौरागढ़ लाया जाएगा ।
उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों का ये कोई पहला मामला नही है पहले भी कई मामलों में मरीजो को डंडी कंडी पर दुर्गम रास्तों से शहरों के अस्पताल लाया गया है कई मामलों में मरीज की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हुई है।उत्तराखंड बने हुए 20 वर्ष बीत चुके है लेकिन आज भी दूरस्थ क्षेत्रो की जनता मूलभूत आवश्यकताओं की बाट जोह रही है सरकार चाहे बीजेपी की रही हो या कांग्रेस की केवल चुनावी वादों में ही उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की बात कही जाती है । लेकिन जब भी नजर घुमाओ तो दूर दूर तक स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर कुछ नही मिलता । बीते सप्ताह पिथौरागढ़ में तैनात एक आर्मी अधिकारी की गर्भवती पत्नी ने भी लचर स्वास्थ्य सेवाओं के चलते दम तोड़ दिया था वर्तमान में बीजेपी सरकार है जिसे डबल इंजन का खिताब भी प्राप्त है और 5 वर्ष के कार्यकाल में बीजेपी ने तीसरा मुख्यमंत्री प्रदेश को दिया है लेकिन समस्या मुंह बाहे वही खड़ी है ।