लंदन: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रतिष्ठित क्रैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में अपने भाषण को सुनने की कला पर केंद्रित किया तथा लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के लिए नई सोच का आह्वान किया है। गांधी ने विश्वविद्यालय में अपने व्याख्यान में दुनिया में लोकतांत्रिक माहौल को बढ़ावा देने के लिए एक ऐसी नई सोच का आह्वान किया जिसे थोपा नहीं जाये। हाल के वर्षों में भारत और अमेरिका जैसे लोकतांत्रिक देशों में विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट का उल्लेख करते हुए गांधी ने कहा कि इस बदलाव से बड़े पैमाने पर असमानता और आक्रोश सामने आया है जिस पर तत्काल ध्यान देने और संवाद की जरूरत है। इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए उन्होंने चीन की तारीफ भी की. गांधी ने जोर देकर कहा कि चीन शांति का पक्षकार है. उन्होंने कई उदाहरणों के जरिए अपनी बात को समझाने की कोशिश की है. उन्होंने चीन की रणनीति का जिक्र किया है, उसके द्वारा किए गए विकास की बात की है और पश्चिमी देशों की विचारधारा पर भी विस्तार से बताया है.
राहुल गांधी ने कहा कि आप चीन में जिस तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर देखते हो, रेलवे, एयरपोर्ट देखते हो, ये सबकुछ प्रकृति से जुड़ा हुआ है, नदी की ताकत है. चीन प्रकृति के साथ मजबूती से जुड़ा हुआ है. वहीं बात जब अमेरिका की आती है, वो खुद को प्रकृति से बड़ा मानता है. यही बताने के लिए काफी है कि चीन शांति में कितना ज्यादा दिलचस्पी रखता है. इसके अलावा राहुल ने चीन को लेकर ये भी कहा कि वहां पर सरकार एक कॉरपोरेशन की तरह काम करती है. उस वजह से हर जानकारी पर सरकार की पूरी पकड़ रहती है. उनके मुताबिक इस समय भारत और अमेरिका में ऐसी स्थिति नहीं है. राहुल ये भी मानते हैं कि इसी वजह से चीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मामले में इतना आगे बढ़ गया है.
राहुल ने अपने संबोधन के दौरान पुलवामा हमले का भी जिक्र किया. उन्होंने जम्मू-कश्मीर को 'तथाकथित हिंसक जगह' बता दिया. कांग्रेस नेता ने कहा कि कश्मीर इंसर्जेंसी प्रोन स्टेट है और तथाकथित हिंसक जगह. मैं उस जगह भी गया था जहां हमारे 40 जवानों को मार दिया गया था. वैसे कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में राहुल के दिए कई दूसरे बयान भी चर्चा का विषय बने हुए हैं. उनकी तरफ से पेगासस को लेकर एक बयान दिया गया था. राहुल ने कहा था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है. मेरे फोन में भी पेगासस था. मुझे अधिकारियों ने सलाह दी थी कि मैं फोन पर सावधानी से बात करूं. क्योंकि फोन की रिकॉर्डिंग की जा रही है. भारत में लोकतंत्र खतरे में है. हम लोग एक निरंतर दबाव महसूस कर रहे हैं. विपक्षी नेताओं पर केस किए जा रहे हैं. मेरे ऊपर कई केस किए गए. ऐसे मामलों में केस किए गए, जो बनते ही नहीं. हम अपना बचाव करने की कोशिश कर रहे हैं.
राहुल ने अपने बयान के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा था. उन्होंने जोर देकर कहा था कि पीएम द्वारा भारत के विचार को नष्ट किया जा रहा है. वे एक ही विचार को देश पर थोपने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेस नेता ने दावा कर दिया कि पीएम कुछ लोगों को सेकेंड क्लास सिटीजन मानते हैं.