नई दिल्ली। गूगल को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। खबरों की मानें तो गूगल को अपने चैटबॉट बार्ड रिवील करने के बाद नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते बुधवार को गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबैट के शेयर्स में भारी गिरावट आई है। खबरों के मुताबिक बार्ड की लॉन्चिंग के बाद करीब 100 अरब डॉलर यानी 8250 अरब रुपए का नुकसान हुआ है। बताया जा रहा है कि इसकी वजह गूगल का प्रमोशनल वीडियो है, जिसमें गलती देखी गई है। दरअसल, लॉन्चिग के प्रमोशनल वीडियो में बार्ड से एक सवाल पूछा गया था, जिसमें था कि 9 साल के बच्चे को जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप की नई डिस्कवरी के बारे में क्या बताया जाना चाहिए?
AI बार्ड ने इसका जवाब दिया कि जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप का यूज मिल्की वे के बाहर के ग्रहों की फोटो लेने के लिए किया जाता है। हालांकि बार्ड का यह जवाब गलत है। चेटजीपटी (ChatGPT) से मुकाबला करने के लिए गूगल ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर 6 साल काम करने के बाद अपना चैटबॉट 'बार्ड रिवील किया है। एक ब्लॉग पोस्ट में गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने बताया था कि बार्ड क्या है और इसके कुछ बेसिक फंक्शानिटी के बारे में जानकारी दी थी। बार्ड एक एक्सपेरिमेंटल कन्वरसेशनल AI सर्विस है। यह यूजर से कन्वर्सेशन के लिए कंपनी के लेंगवेज मॉडल डायलोग एप्लीकेशन (LaMDA) पर रन करता है। पिचाई ने बताया कि 'बार्ड' वेब से इन्फॉर्मेशन हासिल करने में सक्षम होगा, जबकि चैटजीपीटी से ये पॉसिबल नहीं है।
बता दें कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI पर काम करने वाली कंपनी OpenAI ने एक नया चैटबॉट बनाया है। चैटबॉट यानी मशीन से चैट करना, लेकिन इसमें आपको इंसान से बात करने जैसी फीलिंग आएगी। इसका नाम है ChatGPT यानी जेनेरेटिव प्रेट्रेन्ड ट्रांसफॉर्मर। यह एक कन्वर्सेशनल AI है। एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जिसके साथ आप इंसानों की तरह बातचीत कर सकते हैं। यानी आप उससे कुछ भी पूछोगे तो वो आपको इंसानों की तरह डिटेल में लिखकर उस सवाल का जवाब क्रिस्प तरीके से देगा। यह काफी एक्यूरेट होगा। इसे 30 नवंबर 2022 को लॉन्च किया गया था।