Big Breaking: क्राइम ब्रांच को मिली बड़ी सफलता! नूपुर शर्मा समेत हिन्दू नेताओं की हत्या की साजिश रचने वाला मौलवी गिरफ्तार, चैट से हुए हैरान करने वाले खुलासे
नई दिल्ली। सूरत क्राइम ब्रांच को एक बड़ी सफलता मिली है। क्राइम ब्रांच की टीम ने हिन्दूवादी और भाजपा नेताओं को जान से मारने की धमकी देने और उन्हें धमकाने का षड्यंत्र रचने वाले आरोपी मोहम्मद शोहेल उर्फ मौलवी अबूबकर टीमोल को सूरत क्राइम ब्रांच ने कठौर इलाके से गिरफ़्तार किया है। खबरों की मानें तो सोहेल अबूबकर मौलवी पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा, भाजपा विधायक टी राजा सिंह, हिंदूवादी नेता उपदेश राणा को जान मारने का षडयंत्र रच रहा था।गिरफ़्तार आरोपी के पाकिस्तान और नेपाल सहित कई देशों में रहने वाले कट्टरपंथियों के साथ संपर्क था। पुलिस को उसके मोबाइल फोन से हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को मारने के लिए 1 करोड़ की सुपारी देने और पाकिस्तान से हथियार मंगाने के चैट भी मिले हैं। उपदेश राणा को पाकिस्तान और नेपाल सहित अन्य देशों के कट्टरपंथी व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़कर कमलेश तिवारी की तरह मारने की धमकी दी थी। शारीरिक रूप से तगड़े और मानसिक रूप से कट्टरपंथी अबूबकर टीमोल की उम्र तो महज 27 साल ही है लेकिन यह पिछले कुछ समय से अपनी कट्टरपंथी सोच के चलते न सिर्फ सूरत में रहने वाले सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा को मारने के लिए पाकिस्तान से हथियार मंगा रहा था बल्कि इस काम को पूरा करने के लिए वह एक करोड़ रुपए भी दे रहा था।
भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा, भाजपा विधायक टी.राजा सिंह और को भी मारने और धमकाने का भी षड्यंत्र रचा था। सूरत क्राइम ब्रांच को पता चला था कि मौलवी अंतर्राष्ट्रीय कई देशों के लोगों के साथ व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए पोस्ट कर रहा है और हिंदूवादी एवं भाजपा के नेताओं को धमकाने और उन्हें करने के लिए षड्यंत्र रच रहा है। इसी जानकारी के आधार पर सूरत क्राइम ब्रांच इसकी खोज में थी. सूरत क्राइम ब्रांच को इससे संबंधित जानकारी मिली थी कि वह सूरत शहर के एक इलाके में आया हुआ है। सूरत क्राइम ब्रांच के लोग इसे हिरासत में लेकर क्राइम ब्रांच ऑफिस ले गए थे और इसके मोबाइल को जब्त कर इसे प्राथमिक पूछताछ शुरू की। प्राथमिक पूछताछ में इसके मोबाइल से क्राइम ब्रांच को जो जानकारी हाथ लगी उससे क्राइम ब्रांच भी एक बार हैरान रह गई। पाकिस्तान, नेपाल वियतनाम सहित कई देशों के लोगों के साथ व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ा मौलवी धार्मिक उन्माद फैलाने का काम कर रहा था।